VIDEO: राजू ठेहट हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर, घायल दोनों आरोपियों का SMS ट्रोमा सेंटर में ट्रीटमेंट शुरू

जयपुर: सीकर के राजू ठेहट हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. मुठभेड में घायल आरोपियों को SMS ट्रोमा सेंटर लाया गया. घायल दोनों आरोपियों का SMS ट्रोमा सेंटर में ट्रीटमेंट शुरू हो गया है. पुरुष ऑब्जर्वेशन वार्ड में ट्रीटमेंट शुरू किया गया. फिलहाल घायल आरोपी जतिन वर्मा (24) और सतीश (26) का एक्सरे-सीटी स्कैन कराया जा रहा है. SMS अस्पताल अधीक्षक डॉ.अचल शर्मा, अतिरिक्त अधीक्षक डॉ.मनोज शर्मा, अतिरिक्त अधीक्षक डॉ.प्रदीप शर्मा, उप अधीक्षक डॉ.जगदीश मोदी समेत कई चिकित्सक इमरजेंसी में मौजूद है. अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से अंदर और बाहर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात है. दंगा नियंत्रण वाहन भी ट्रोमा सेंटर के बाहर तैनात है.

इससे पहले सीकर के राजू ठेहट हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ADG क्राइम रवि प्रकाश ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि बदमाशों से टर्की और चाइना मेड हथियार मिले, 183 कारतूस बरामद किए गए. ADG क्राइम रवि प्रकाश ने कहा कि बागोली नदी के निकट पहाड़ियों में सर्च अभियान चलाया गया. पुलिस के प्रेशर के चलते हरियाणा नहीं भाग पाए.बदमाश हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर पर डाबला के खेतों में छिपे हुए थे.

पुलिस ने रात पौने 3 बजे 2 बदमाशों को दबोचा है, उसके बाद रातभर पुलिस तलाश करती रही. पुलिस को वहां की जनता का सहयोग मिला. बालाखेत की पहाड़ियों में सतीश और जतिन ने पुलिस पर फायरिंग की. बचाव में पुलिस ने गोली चलाई गई. सतीश और जतिन के गोली लगी. वहां से एक बाल आपचारी को भी निरुद्ध किया गया. 

ADG क्राइम रवि मेहरड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि ताराचंद से चाबी छीनने के दौरान विरोध करने पर गोली मारी थी. ताराचंद नागौर के दोतीणा निवासी था. जयपुर रेंज आईजी उमेश दत्ता टीम के साथ सीकर पहुंचे थे. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों का पीछा किया. सीकर पुलिस की टीम ने भी साथ में मिलकर लगातार पीछा किया. इनकी लोकेशन को लगातार ट्रैस किया गया. रातभर संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की. सीकर जिले के निवासी मनीष जाट व विक्रम गुर्जर गिरफ्तार किए गए. हरियाणा के भिवानी जिले के सतीश कुम्हार,जतिन मेघवाल और नवीन मेघवाल भी गिरफ्तार किए गए. आरोपियों के पास से विदेशी हथियार भी बरामद किए गए. कार्रवाई में हमें ग्रामीणों का बहुत सहयोग मिला. एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है. 

सोशल मीडिया पर जो चल रहा वो जांच का विषय है. बहुत सी चीजें तफ्तीश में सामने आएंगी. पहचान छिपाते हुए सभी आरोपी छात्र बनकर रह रहे थे.ADG क्राइम रवि प्रकाश ने कहा कि  राजू ठेहट और ताराचंद के परिजनों से पुलिस प्रशासन बात कर रहा है. मुआवजे के बारे में सरकार निर्णय करती. इस हत्याकांड के पीछे किस गैंग का हाथ है ? ये अभी पता नहीं चल पाया.उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से लगातार अभियान चलाए जा रहे. हार्डकोर अपराधियों को पकड़ने के अभियान चलते रहते है. एक महीने से बदमाश छात्र बनकर इलाके में यह रहे थे. राजू ठेहट को सुरक्षा देने के मामले में रविप्रकाश ने कहा कि कई सुरक्षा एजेंसियों की एसेसमेंट के बाद ही इस पर निर्णय किया जाता है. राजू ठेहट ने खुद के पास निजी सुरक्षाकर्मी रख रखे थे. अभी तक इन बदमाशों के पीछे कौन सी गैंग है. इस बारे में पूछताछ के बाद ही सच सामने आ पाएगा.