Chhattisgarh में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी

Chhattisgarh में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी

कांकेर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे मतों की गिनती शुरू हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

 

अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना अनिवार्य हो गया था. उपचुनाव के लिए मतदान पांच दिसंबर को हुआ था, जिसमें 71.74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इस सीट पर सात उम्मीदवार मैदान में हैं.अधिकारियों ने बताया कि भानुप्रतापपुर सीट के लिए आज शहर के भानुप्रतापदेव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू की गई. सबसे पहले डाक मत पत्रों की गिनती की गई.

वोटों का मिलान ‘वीवीपैट पर्ची’ से किया जाएगा:
उन्होंने बताया कि मतगणना कक्ष में 14 मेज लगाई गई हैं और मतगणना की प्रक्रिया 19 चरण में पूरी होगी. ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की अंतिम चरण की गिनती के बाद पांच मतदान केंद्रों का बिना किसी निश्चित क्रम के चयन कर वोटों का मिलान ‘वीवीपैट पर्ची’ से किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि मतगणना केंद्र के भीतर अनाधिकृत लोगों का प्रवेश रोकने के लिए त्रिस्तरीय घेराबंदी की जाएगी. मतगणना परिसर के चारों ओर 100 मीटर की परिधि के क्षेत्र को 'पैदल यात्री क्षेत्र' के रूप में निर्धारित किया गया है.

पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम भाजपा के उम्मीदवार:
 इस परिधि में वाहनों का प्रवेश निषेध होगा. मतगणना के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी ‘फोटो’ प्रवेश पत्र के बिना किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा के पहले घेरे को पार करने की अनुमति नहीं होगी. इस साल 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से कांग्रेस विधायक मंडावी का निधन हो गया था. उनके निधन के बाद से रिक्त इस सीट के लिए पांच दिसंबर को मतदान हुआ था. कांग्रेस ने दिवंगत विधायक की पत्नी सावित्री मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम भाजपा के उम्मीदवार हैं.

चार उपचुनाव हुए और सभी में कांग्रेस की जीत हुई:
बस्तर में आदिवासी समुदाय की संस्था सर्व आदिवासी समाज ने भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी अकबर राम कोर्रम को अपना उम्मीदवार बनाया है. राज्य में 2018 में बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार उपचुनाव हुए और सभी में कांग्रेस की जीत हुई है. राज्य विधानसभा की 90 सीट में से वर्तमान में कांग्रेस के 70, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन तथा बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक हैं. वहीं एक सीट रिक्त है. सोर्स-भाषा