जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से राजस्थान लगातार आगे बढ़ रहा है और आज पूरे देश में राजस्थान मॉडल की चर्चा हो रही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का भी महत्वपूर्ण योगदान है. गहलोत बृहस्पतिवार को पाली में सादड़ी जैन समाज की ओर से आयोजित स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पहले राजस्थान का नाम लेते ही रेगिस्तान, सूखा जैसे शब्द दिमाग में आते थे, लेकिन आज स्थितियां काफी अलग हैं. इंदिरा गांधी नहर का पानी जोधपुर तक पहुंच रहा है. राज्य का एक बड़ा हिस्सा नहर से लाभान्वित हो रहा है.
विधवाओं सहित एक करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही:
एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर उर्जा उत्पादन में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की निवेश हितैषी नीतियों के कारण अक्टूबर माह में आयोजित राजस्थान निवेश सम्मेलन में 11 लाख करोड़ के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुये हैं. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं ने समाज के हर वर्ग को राहत देने का कार्य किया है. उन्होंने कहा कि बुजुर्गो, नि:शक्तजनों, विधवाओं सहित एक करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है.
राज्यों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान:
उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पालनहार योजना, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं हैं जिनसे जरूरतमंदों को आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं से राज्य देश में मॉडल स्टेट बना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सादड़ी के जैन समाज का देश के विभिन्न राज्यों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है. सोर्स-भाषा