गुरुग्राम: मुख्यमंत्री उड़न दस्ते और हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त दल ने बुधवार देर रात एक फर्जी पैथोलॉजी लैब का भंडाफोड़ कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि संयुक्त दल ने 45 त्वरित परीक्षण किट, चार रजिस्टर और कई उपकरण भी जब्त किए.
पुलिस ने कहा कि संयुक्त दल ने बिनोला औद्योगिक क्षेत्र में बीडीएन पैथोलॉजी लैब पर छापेमारी की. इस दौरान, एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जो बिना किसी अनुमति के और अपशिष्ट कचरा प्रबंधन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए लैब का संचालन कर रहा था. उन्होंने कहा कि लैब संचालक आरोपी राहुल यादव अपनी डिग्री से संबंधित दस्तावेज पेश करने में भी विफल रहा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (भोरा कलां) के अतिरिक्त वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एम. एस. नेहरा की शिकायत के बाद आरोपी के खिलाफ भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम की धारा 15 (3) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-420 (धोखाधड़ी) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के पुलिस उपाधीक्षक इंद्रजीत यादव ने कहा, 'आरोपी राजस्थान के अलवर जिले के जोदिया गांव का रहने वाला है और उसके पास केवल बीएससी की डिग्री है और उसके पास लैब के संचालन की कोई योग्यता नहीं है. उन्होंने कहा कि वह एक साल से फर्जी लैब चला रहा था और इस दौरान 750 से ज्यादा लोगों का परीक्षण किया गया. रिपोर्ट में एक चिकित्सक के फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर भी पाए गए. बिलासपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अजय मलिक ने कहा, 'आरोपी को जांच में शामिल होने के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया. हालांकि, आगे की जांच जारी है. सोर्स- भाषा