अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा पंचतत्व में विलीन हो गईं. हीराबेन के पार्थिव शरीर को पहले बड़े बेटे सोमभाई ने मुखाग्नि दी, उसके बाद पीएम मोदी और बाकी भाइयों ने भी मां की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. इससे पहले पीएम मोदी ने मां की पार्थिव देह पर घी लगाया. गुजरात के गांधीनगर में एक श्मशान घाट में साधारण तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया गया.
हीरा बा का शुक्रवार सुबह 3.30 बजे निधन हो गया था. वे 100 साल की थीं. हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में अंतिम सांस ली. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पीएम मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के घर पर लाया गया. जहां पीएम मोदी ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम मोदी ने अपनी मां के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया. इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा के निधन की जानकारी देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी.
पहले से तय अपने काम आप लोग जारी रखें. यही हीरा बा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी:
वहीं पीएम मोदी के परिवार ने मां हीराबा के निधन पर एक संदेश जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि हम इस कठिन समय में उनके लिए की गई प्रार्थनाओं के लिए सभी का धन्यवाद करते हैं. सभी से हमारा विनम्र अनुरोध है कि दिवंगत आत्मा को अपने विचारों में रखें और अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और प्रतिबद्धताओं को जारी रखें. हीराबा को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी मां हीराबेन को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘‘मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है.’’ प्रधानमंत्री की मां हीराबेन का शुक्रवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया . वह 99 वर्ष की थीं.
हीराबेन मोदी ने तड़के साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली:
उन्हें बुधवार को तबीयत खराब होने के बाद अहमदाबाद के यूएन मेहता इंस्टीट्यूट आफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था. अस्पताल की ओर से जारी एक बुलेटिन में उनके निधन की सूचना दी गई. मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, ‘‘ हीराबेन मोदी ने यूएन मेहता हार्ट हास्पिटल में इलाज के दौरान 30 दिसंबर 2022 को तड़के साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली. ’’