हेलीकॉप्टर हादसे के बाद केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवाएं फिर बहाल

रूद्रप्रयाग: हेलीकॉप्टर हादसे के कारण केदारनाथ में बंद हेलीकॉप्टर सेवाएं फिर से बहाल हो गई हैं. हादसे के एक दिन बाद बुधवार को विभिन्न उड्डयन कंपनियों ने हेलीकॉप्टर का संचालन फिर शुरू कर दिया और हेलीकॉप्टर सेवा के जरिये 981 तीर्थयात्रियों को केदारनाथ की यात्रा कराई गई.

उधर, आर्यन एविएशन कंपनी ने भी दूसरे हेलीकॉप्टर के जरिये बुधवार सायं से मस्ता-गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए सेवा शुरू कर दी. मंगलवार को हुए हादसे में हेलीकॉप्टर में यात्रा कर रहे गुजरात और तमिलनाडु के छह श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गयी थी. घने कोहरे में कम दृश्यता के कारण हुई इस दुर्घटना में पायलट की भी मौत हो गयी थी. आर्यन एविएशन के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की टीम ने कंपनी के मस्ता स्थित हैलीपैड का निरीक्षण किया.

कंपनी की हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू हो गई हैं: 
उन्होंने बताया कि उनका निरीक्षण और जांच पूरी होने के बाद कंपनी की हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू हो गई हैं. आर्यन के दूसरे हेलीकॉप्टर ने बृहस्पतिवार दोपहर तक केदारनाथ के छह से अधिक चक्कर लगाए. केदारनाथ के लिए इस समय लगभग आठ कंपनियां हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध करा रही हैं. इस साल मई में केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद से बुधवार तक 1,44,832 तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर के जरिए केदारनाथ की यात्रा कर चुके हैं.

और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया:
केदारनाथ में पिछले कुछ दिनों से दोपहर के बाद मौसम बदल रहा है और लगभग हर दिन बारिश और हल्की बर्फबारी हो रही है. बदरीनाथ में भी हिमपात हो रहा है जिससे पूरे क्षेत्र में मौसम ठंडा हो गया है. इस बीच, शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंच रहे हैं. उनकी यात्रा की तैयारी को लेकर केदारनाथ में अधिकारी जुटे हुए हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.

ग्रामीणों और रक्षाबलों के सदस्यों से मुलाकात करेंगे:
केदारनाथ में अपने ढाई घंटे के कार्यक्रम के दौरान मोदी भगवान शिव के दर्शन और‌ पूजा-अर्चना के साथ ही गौरीकुंड-केदारनाथ रज्जू मार्ग परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे.  प्रधानमंत्री केदारनाथ से बदरीनाथ जाएंगे जहां कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद वह रात्रि प्रवास करेंगे. बदरीनाथ के निकट स्थित सीमांत गांव माणा में वह ग्रामीणों और रक्षाबलों के सदस्यों से मुलाकात करेंगे और उन्हें संबोधित भी करेंगे. सोर्स-भाषा