Invest Rajasthan Summit 2022: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में निवेश के लिए हर चीज मौजूद, आगे आएं कंपनियां

Invest Rajasthan Summit 2022: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में निवेश के लिए हर चीज मौजूद, आगे आएं कंपनियां

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को उद्योग जगत से राज्य में निवेश के लिये आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें भरोसमंद नीतियों, मजबूत बुनियादी ढांचे और बेहतर कानून व्यवस्था के साथ हरेक जरूरी चीज मिलेगी.गहलोत ने यहां आयोजित निवेश राजस्थान सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पिछले तीन साल में तीन लाख करोड़ रुपये बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. राज्य में खुशहाली को मापने वाला ‘हैप्पीनेस इंडेक्स’ भी बढ़ा है.

उन्होंने कहा कि सरकार की अनुकूल नीतियों, सड़क- बिजली जैसे बेहतर बुनियादी ढांचे, कुशल कामगार और बेहतर कानून व्यवस्था से राज्य निवेश के लिये अनुकूल गंतव्यों में से एक है.गहलोत ने उद्योग जगत को अनुकूल नीतियों का भरोसा दिलाते हुए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिये आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी सरकार हो, उद्योग को भरासेमंद नीतियां मिलेंगी.उन्होंने कहा कि राजस्थान आज 23,000 मेगावॉट बिजली पैदा करता है. राज्य में एक समय तीन से चार मेगावॉट पवन ऊर्जा की क्षमता थी जो आज 4,500 मेगावॉट हो चुकी है. वहीं सौर ऊर्जा क्षमता भी 10,000 मेगावॉट है.

अपनी सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य ने 2019 में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) के लिये काम को सुगम बनाने के लिये अधिनियम बनाया. नीति के तहत किसी भी प्रकार की स्वीकृति और जांच-निरीक्षण को लेकर पांच साल की छूट दी गयी. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के कारोबार सुगमता अभियान के तहत ‘वन स्टॉप शॉप’ (राज निवेश) यानी एक ही जगह सभी सुविधाएं देने की व्यवस्था की गई है. यहां उद्योग से संबंधित 14 विभागों से संबंधित अनुमति एक ही स्थान पर मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि राज्य ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है. इससे इस क्षेत्र को उल्लेखनीय लाभ मिलने की उम्मीद है.

गहलोत ने कहा कि जीडीपी के मामले में राज्य देश के भीतर सातवें स्थान पर है और यहां उद्यमियों के लिये भरपूर संसाधन हैं. निवेश सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी, वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल, टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के सीईओ और प्रबंध निदेशक अनीश शाह, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के चेयरमैन और वरिष्ठ प्रबंध निदेशक अजय एस श्रीराम और नेशनल इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन सी के बिड़ला समेत तमाम कारोबारी दिग्गज मौजूद थे. हालांकि आर्सेलरमित्तल के एलएन मित्तल स्वास्थ्य कारणों से सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाए.

‘पूरे हुए वादे’ विषय पर आयोजित इस दो-दिवसीय निवेश सम्मेलन में देश और विदेश के करीब 3,000 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. सम्मेलन से पहले राज्य सरकार ने प्रचार-प्रसार के दौरान नवंबर 2021 से सितंबर 2022 तक 10.44 लाख करोड़ रुपये के 4,192 समझौता ज्ञापन/आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं. सम्मेलन के दौरान अलग से कोई समझौता नहीं हुआ है. (भाषा)