जयपुर: राजधानी जयपुर में 7 और 8 अक्टूबर को इन्वेस्ट राजस्थान समिट आयोजित होगा. इस समिट से प्रदेश में निवेश के नए द्वारा खुलेंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा. प्रदेश के औद्योगिक तस्वीर में रंग भरने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत के इस कार्यकाल का यह सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा. सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है और खुद मुख्यमंत्री ने इसकी कमान संभालते हुए आज मुख्यमंत्री आवास पर एक प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित करके पूरे आयोजन की जानकारी दी.
प्रदेश की तस्वीर अब बदलने वाली है. कोरोना काल के कारण डांवाडोल हुई आर्थिक स्थिति भी अब मजबूत होने वाली है. निवेशक जड़ो की तरफ लौटने लगे है, क्योंकि प्रदेश सरकार की योजनाएं उनके गले उतरने लगी है. जी हां राजधानी जयपुर में दो दिन तक उद्योग जगह का सबसे बड़ा मेला लगने वाला है. प्रदेश में निवेश एवं रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में “कमिटेड डिलीवर्ड” थीम पर इन्वेस्ट राजस्थान समिट होने जा रहा है. ऐसे कार्यक्रम कई राज्यों में होता है, लेकिन राजस्थान का कार्यक्रम इस बार लीक से हटकर है. पहले निवेश के लिए एमओयू एवं एलओआई पर सेमिनार के अंदर ही हस्ताक्षर होते थे और समिट के बाद भी एमओयू होते रहते थे लेकिन इस बार समिट से पहले ही एमओयू और एलओआई पर हस्ताक्षर कर लिए गए. कुल एमओयू में से 40 फीसदी धरातल पर उतर चुके हैं. इस आयोजन की सफलता का पता इसी से लगता है कि कार्यक्रम की कमान खुद सूबे के मुखिया अशोक गहलोत ने संभाल रखी है. आयोजन से पहले उन्होंने आज मुख्यमंत्री आवास पर मीडिया को बुलाया और दमखम के साथ सरकार की तैयारियों के बारे में बताया.
7 व 8 अक्टूबर को जयपुर में होगा इन्वेस्ट राजस्थान समिट
देश विदेश के 4000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे
समिट की थीम " Committed, Delivered" है
7 अक्टूबर को CM अशोक गहलोत करेंगे उदघाटन
उद्योग जगत की हस्तियां इसमे शामिल होंगी
एनआरआर, पर्यटन, स्टार्टअप पर होंगे कॉनक्लेव
फ्यूचयर रेडी सेक्टर व एग्री बिजनेस पर होंगे कॉनक्लेव
8 अक्टूबर को MSME कॉनक्लेव होगा
10.44 लाख करोड़ के निवेश के लिए 4192 MOU/LOI हस्ताक्षर हुए
गौतम अडानी, एलएन मित्तल, संजीव बजाज, सीके बिड़ला
अनिल अग्रवाल, बी संथानम, कमल बाली
जैसे उद्योगपति राजस्थान समिट में भाग लेंगे
6314 करोड़ की 520 परियोजना क्रियान्वित
187445 की 1160 परियोजना क्रियान्वयन के चरण में
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि समिट का उद्देश्य राजस्थान में विभिन्न निवेश क्षेत्रों में उपलब्ध निवेश अवसरों का व्यापक प्रचार करना और नए निवेश को आकर्षित करना है. इसके अलावा नए निवेश के साथ-साथ राज्य में रोजगार के अवसरों को सृजित करना और राज्य को एक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करना भी समिट का उद्देश्य है. सीएम गहलोत ने कहा कि समिट में छोटे-छोटे उद्योगों पर भी चर्चा होगी, क्योंकि छोटे उद्योग जीडीपी बढ़ाने में सहायक होते हैं. वहीं मीडिया द्वारा पूछ गए प्रश्नों के जवाब में सीएम गहलोत ने कहा कि अडानी हो या कोई और, जो नियमों के तहत यहां उद्योग लगाएगा, सरकार सभी को सम्मान रूप से अवसर देगी. अधिकारियों की ढिलाई के चलते निवेशको ंके प्रदेश से जाने के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि निवेशकों को सरकार की स्कीमों पर भरोसा है. कई बार अधिकारी पुरानी परंपरा के चलते काम करने से घबरा जाते है कि पता नहीं सरकार गई तो फिर क्या होगा. लेकिन राजस्थान में किसी को घबराने की जरूरत नहीं
पॉलिटिकल क्राइसिस का दौर कुछ हल्का होते ही CM अशोक गहलोत राजस्थान में 7 और 8 अक्टूबर को होने जा रही 'इंवेस्ट राजस्थान समिट' की तैयारियों में जुट गए हैं. जयपुर के सीतापुरा में होने वाली इस समिट में सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट का टारगेट रखा है. अब तक साढ़े 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रपोजल सरकार को मिल चुके हैं. CM गहलोत ने प्रदेश में 1.42 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के इंवेस्टमेंट को प्रमोशन के लिए 32 प्रोजेक्ट्स को कस्टमाइज्ड पैकेज की मंजूरी दी है. इससे प्रदेश में 32 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे.