जयपुर: नगर निगम ग्रेटर के चुनाव प्रक्रिया में गुरुवार को बड़ा नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के तहत एक तरफ जहां मतदान शुरू हुआ वहीं दूसरी ओर हाईकोर्ट ने इस पूरे घटनाक्रम पर पर संज्ञान लेते हुए सौम्या गुर्जर को बड़ी राहत दे डाली. कोर्ट के निर्देशों की पालना में निर्वाचन आयोग ने आनन-फानन में परिणाम जारी करने पर रोक के आदेश जारी कर दिए.
बीते 1 सप्ताह से फाइव स्टार होटलों की बाड़ाबंदी में रहे पार्षदों को लेकर गुरुवार को दोनों पार्टियों के पदाधिकारी मतदान के लिए नगर निगम के चुनावी कार्यालय पर पहुंचे. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने आखरी समय तक कमान संभाले रखी. मतदान के लिए सबसे पहले कांग्रेस के पार्षद पहुंचे. कांग्रेस की ओर से बस में सवार होकर आए 53 पार्षदों ने वोट कास्ट किया. इनमें 49 कांग्रेस और चार निर्दलीय पार्षदों के साथ चुनाव कार्यालय पहुंचे. जबकि बीजेपी के पार्षदों को लेकर विधायक और शहर बीजेपी के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं समेत नगर निगम के कार्यालय पर दिखाई दिए. जहां उन्होंने ह्यूमन चेन बनाकर सिक्योरिटी में बसों से मतदान स्थल तक र्पाषद वोटरों को पहुंचाया.
बीजेपी की ओर से 93 वोटरों के समर्थन की बात कही गई थी. जिनमें 85 भाजपा और 8 निर्दलीयों के समर्थन से बीजेपी की महापौर के जीतने का दावा किया गया. कांग्रेस की हेमा सिंघानिया और बीजेपी की रश्मि सैनी ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए. पार्षद अस्वस्थ होने के बाद भी अपना वोट डालने निगम कार्यालय पर पहुंचे. बीजेपी महापौर प्रत्याशी की दावेदार रही सुखप्रीत बंसल और कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने आज सबसे आखिर में मतदान किया. मतदान होने के तुरंत बाद मतगणना का कार्य शुरू हुआ लेकिन इतने में हाईकोर्ट से खबर आ गई कि सौम्या गुर्जर को कोर्ट द्वारा राहत दी गई हैं. जिसके बाद से मतगणना करके परिणामों को सुरक्षित रख लिया गया. चुनाव पर रोक लगने के बाद बीजेपी के खेमे में पार्षदों ने खुशी का इजहार किया. खास तौर पर बर्खास्त किए गए पार्षदों ने भी न्याय की जीत बताते हुए कहा कि कोर्ट द्वारा सच्चाई का साथ दिया गया हैं.
राज्य सरकार का निर्णय अपनी जगह सही था:
दूसरी तरफ, इन चुनावों की शुरूआत से ही अपनी जीत के दावें कर रहे कांग्रेसी पार्षद और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चुनाव पर रोक लगना कोर्ट का आदेश हैं. राज्य सरकार का निर्णय अपनी जगह सही था. लेकिन अब कानूनी रूप से जो भी उचित होगा उस पर आगे सरकार की ओर से कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले उन्होंने कहा कि यदि इन चुनावों का परिणाम सामने आएगा तो कई लोगों को जरूर चौंक जाएंगे क्योंकि इस चुनाव में कांग्रेस के समर्थन में बहुमत भी मिल सकता हैं.नगर निगम के सभासद भवन से मत पेटियों को जिला ट्रेजरी पहुंचाया गया. इस दौरान चुनाव अधिकारी शंकर सैनी ने कहा कि निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार प्रक्रिया को अपनाया गया. इन परिणामों और रोकने के निर्देश मिले थे जिसकी पालना में सभी मत पत्रों को सील बंद पेटी में पैक किया गया है. अभी मत पत्रों को ट्रेजरी में लेज जाकर आए जाएगा. निर्वाचन विभाग के आगे के आदेशों की पालना की जाएगी.
दो साल में मेयर की कुर्सी पर बैठने और उतरने का ही घटनाक्रम चलता आया:
बहरहाल, दो साल में सौम्या गुर्जर के मेयर की कुर्सी पर बैठने और उतरने का ही घटनाक्रम चलता आया हैं. अभी भी सौम्या गुर्जर को अंतरिम राहत मिली हैं. ऐसे में देखने वाली बात अभी यह भी है होगी कि सरकार की ओर से अगला कदम क्या उठाया जाता है और आज हुए चुनावों का आगे क्या वजूद होगा. फिलहाल पिक्चर अभी बाकी हैं.
...सहयोगी विकास शर्मा के साथ भारत दिक्षित फर्स्ट इंडिया न्यूज़ जयपुर