जयपुर: SMS मेडिकल कॉलेज में (SMS Medical College) MD एनेस्थिसिया की प्रायोगिक परीक्षा में हुए गड़बड़झाले में आखिरकार विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई की बड़ी गाज गिरी. फर्स्ट इंडिया की खबर के बाद एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एनेस्थिसिया HOD डॉ. श्रीफल मीणा को पदमुक्त किया. साथ ही यूटीबी पर लगे एक अन्य चिकित्सक की सेवाएं भी समाप्त कर दी. एनेस्थिसिया HOD के पद पर डॉ. सुशील भाटी को नई जिम्मेदारी दी गई है.
दरअसल, एक जुलाई से 9 जुलाई तक MD एनेस्थिसिया की प्रायोगिक परीक्षा प्रस्तावित थी. नियम कायदों को देखे बगैर परीक्षा के लिए बंगाल और दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सक को बतौर परीक्षक के रूप में जिम्मेदारी दे दी गई. जबकि नियमानुसार किसी मेडिकल यूनिवर्सिटी या मेडिकल कॉलेज से ही परीक्षक नियुक्त किया जा सकता है. परीक्षा के एनवक्त पहले जैसे इस बात की खबर एसएमएस के वरिष्ठ चिकित्सकों को लगी तो उन्होंने परीक्षा कराने से इनकार कर दिया.
ऐसे में आनन-फानन में परीक्षा को कैंसिल किया गया. साथ ही पूरे प्रकरण की जांच कमेटी गठित की गई. जांच में भी सामने आया कि परीक्षा को लेकर जिम्मेदारों ने नियम-कायदों का ध्यान नहीं रखा. जिसके बाद सरकार को रिपोर्ट भेजी गई. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भी इस मामले को अत्यंत गंभीर मानते हुए न सिर्फ एनेस्थिसिया HOD डॉ. श्रीफल मीणा को पदमुक्त करने के आदेश दिए. बल्कि उन्हें भविष्य में आरयूएचएस की सभी परीक्षाओं की जिम्मेदारी के लिए अयोग्य घोषित किया है.
- अब किसी भी परीक्षा की जिम्मेदारी नहीं ले सकेंगे डॉ श्रीफल मीणा
- एसएमएस की जांच के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन
- चिकित्सा शिक्षा आयुक्त घनश्याम ने एक्शन के साथ ही लिखी थी गंभीर टिप्पणी
- विभाग के पत्र में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की डॉ मीणा के लिए काफी गंभीर टिप्पणी
- विभाग,परीक्षा से जुड़े NMC/RUHS के नियमों की जानकारी नहीं होने की टिप्पणी
- डॉ श्रीफल मीणा को एनेस्थिसिया HOD पद से तत्काल हटाने के साथ ही
- RUHS की किसी भी परीक्षा के लिए बतौर परीक्षक अयोग्य करार देने के दिए निर्देश
- इस आदेश की पालना में एसएमएस कॉलेज प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा ने लिखा पत्र
- RUHS को पत्र लिखकर डॉ मीणा को किसी भी परीक्षा में जिम्मेदारी नहीं देने का आग्रह
एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस प्रकरण में दोषी यूटीबी पर लगे सहायक आचार्य डॉ शिव कुमार गोयल पर भी एक्शन लिया है. डॉ गोयल की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के साथ ही उन्हें कॉलेज से रिलीव करने के आदेश जारी किए गए हैं. एसएमएस मेडिकल कॉलेज में MD एनेस्थिसिया की प्रायोगिक परीक्षा में हुए गड़बड़झाले में भले ही तीन माह के लम्बे इंतजार के बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है.
छात्रों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं:
लेकिन इस एक्शन से साफ मैसेज दिया गया है कि छात्रों के भविष्य खिलवाड़ के मामलों में किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. ऐसे में उम्मीद है कि परीक्षा से जुड़े मामलों में चिकित्सक शिक्षक भी गंभीरता से काम करेंगे. ताकि इस तरह के विवादों से होने वाली छात्रों को दिक्कतों को रोका जा सके.