जयपुर: यूं तो झालाना लेपर्ड रिजर्व में बघेरों के नित नए कारनामे पर्यटकों को देखने को मिलते हैं. लेकिन मंगलवार को जो नजारा दिखा उसने पर्यटकों को जंगल के कानून के रोमांच से सराबोर कर दिया. मंगलवार को टेरिटरी पर कब्जे की जंग में झालाना के दो युवा बघेरे 'राणा' और 'करन' के बीच आसमानी जंग देख पर्यटकों के रोंगटे खड़े हो गए.
झालाना लेपर्ड रिजर्व के रेंज अधिकारी जनेश्वर चौधरी ने बताया कि मंगलवार शाम की पारी में रूट नंबर दो पर बाड़े में यह नजारा देखने को मिला. राणा ने करण को मजा चखाने के लिए उसका पीछा किया तो करण भाग कर एक पेड़ पर चढ़ गया. इसके बाद राणा भी क्राउलिंग करते हुए पेड़ पर चढ़ा और करण को सबक सिखाने के लिए बार-बार घुर्रा कर उसे ललकारता रहा. करण ने उस पेड़ की सबसे ऊंची डाली पर पहुंच कर खुद को राणा के कहर से बचाया.
राणा ने करण को सबक सिखाने के लिए दो-तीन प्रयास किए:
स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य धीरेंद्र गोधा ने बताया कि राणा ने करण को सबक सिखाने के लिए दो-तीन प्रयास किए लेकिन करण पेड़ की सबसे ऊंची शाखा पर बैठा रहा... आखिर राणा उतर कर चला गया. जब करण इस बात से संतुष्ट हो गया कि राणा आसपास नहीं है तब वह पेड़ से उतर कर भाग खड़ा हुआ. रोंगटे खड़े करने वाले रोमांचक नजारे को कई पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद किया. लेपर्ड राणा की निडरता, जोश और उसकी ताकत के चलते ही वह यहां आने वाले पर्यटकों का सबसे फेवरेट लेपर्ड बन चुका है.