जयपुर: प्रदेश की जनता को निशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई चिरंजीवी योजना (Chiranjeevi Scheme) अब चिकित्सा विभाग के हर दस्तावेज पर नजर आएगी. योजना को घर-घर तक पहुंचाने और जिम्मेदारों को योजना के प्रति सरकार की गंभीरता का अहसास कराने के लिए विभाग नई पहल करने जा रहा है.
इस पहल के तहत अब चिकित्सा विभाग के न सिर्फ सभी सरकारी दस्तावेजों में योजना का लोगो लगेगा बल्कि मेल और अन्य माध्यमों से जारी होने वाले दस्तावेजों पर भी चिरंजीवी योजना नजर आएगी. पिछले एक साल मजदूर दिवस यानी 1 मई से शुरु हुई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को 17 माह पूरे हो चुके हैं. इस योजना के पीछे की मंशा है लोगों को चिकित्सा पर लगने वाले बड़े खर्चों से पूरी तरह फ्री करके सामाजिक सुरक्षा दी जाए. योजना सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी काफी चर्चित है. लेकिन इसमें जन भागीदारी बढ़ाने के लिए चिकित्सा विभाग ने अहम फैसला किया है.
इस फैसले के तहत चिकित्सा विभाग के इंटरनल हो या एक्सटरनल, सभी सरकारी दस्तावेजों में योजना का लोगो लगाया जाएगा. स्वास्थ्य सचिव ने एक आदेश जारी कर विभाग की वेबसाइट, ई-मेल, राजकीय स्टेशनरी, कलेण्डर, सरकारी विज्ञापनों-विज्ञापन सामग्री, अशासकीय पत्रों और आईसीसी सामग्री पर स्वास्थ्य बीमा योजना का लोगो आवश्यक रुप से लगाने के निर्देश दिए हैं. चिकित्सा विभाग के ताजा फरमान को सभी विभागों ने तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है. सभी विभागाध्यक्षों ने अपने अधीन कार्मिकों को योजना का लोगो जारी किया है.
सभी दस्तावेजों पर चिरंजीवी योजना का लोगो:
साथ ही कहा है कि जिस मंशा के साथ यह फैसला लिया गया है उसी की पालना में सभी दस्तावेजों पर चिरंजीवी योजना का लोगो लगाया जाएगा. मिशन निदेशक एनएचएम सुधीर शर्मा ने इस बारे में बताया कि विभाग का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि योजना का जब तक प्रचार-प्रसार नहीं होगा तब तक उसमें जनभागीदारी सुनिश्चित नहीं की जा सकती. गहलोत सरकार की चिरंजीवी योजना से प्रदेश का हर तबका लाभान्वित है. ऐसे में चिकित्सा विभाग के हर सरकारी दस्तावेज पर चिरंजीवी लोगो नजर आने से निश्चित तौर पर योजना का दायरा बढ़ता है. जिससे आमजन को और अधिक फायदा मिलेगा.