रामदेवरा, जैसलमेर मंगला आरती के साथ खुलें बाबा रामदेव समाधिस्थल के द्वार, 76 दिनों बाद धार्मिक नगरी रामदेवरा में लौटी रौनक

मंगला आरती के साथ खुलें बाबा रामदेव समाधिस्थल के द्वार, 76 दिनों बाद धार्मिक नगरी रामदेवरा में लौटी रौनक

मंगला आरती के साथ खुलें बाबा रामदेव समाधिस्थल के द्वार, 76 दिनों बाद धार्मिक नगरी रामदेवरा में लौटी रौनक

रामदेवरा(जैसलमेर): पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक स्थल रामदेवरा में बाबा रामदेव समाधिस्थल के द्वार गुरुवार सुबह 5 बजे मंगला आरती के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं. कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए समाधि के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोले गए. 

राज्य सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को गति देने के लिए अनलॉक प्रकिया को तेजी से लागू किया है. वहीं लोगों की धार्मिक आस्था को देखते हुए राज्य सरकार ने धार्मिक स्थल व मंदिरों को खोले जाने की अनुमति दी है. 

कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से होगी पालना:
राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए अलग से दिशा निर्देश जारी किए हैं. सभी पहलुओं पर निगरानी रखने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है. सरकारी गाइडलाइन की पालना करते हुए गुरुवार को बाबा रामदेव समाधि स्थल को खोला गया. जिसमें कोविड से बचाव की वैक्सीन की प्रथम डोज लगी होने वाले लोगों को ही समाधि स्थल के अंदर दर्शन करने की अनुमति दी जा रही है. वहीं, पूजन सामग्री सहित अन्य प्रकार की प्रसाद सामग्री लेकर अंदर जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा. समाधि दर्शन को आए श्रद्धालु मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंस की पालना करने के साथ ही मंदिर में प्रवेश करने दिया गया. 

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