मीरपुर: भारतीय तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने गुरुवार को यहां बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में मैदान पर उतरते ही एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया. वह सर्वाधिक टेस्ट मैचों से बाहर रहने वाले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं.
उनादकट ने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और उसके बाद अब उन्हें अपना दूसरा टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है. उन्हें बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव की जगह टीम में रखा गया है जिन्हें चटगांव में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की 188 रन की जीत के बाद मैन ऑफ द मैच चुना गया था.
सेंचुरियन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था:
उनादकट ने 12 साल पहले 16 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था. इसके बाद अब उन्होंने 118 टेस्ट मैचों में बाहर रहने के बाद टीम में वापसी की. यह भारत की तरफ से रिकॉर्ड है जबकि विश्व क्रिकेट में वह सर्वाधिक टेस्ट मैचों से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. रिकॉर्ड इंग्लैंड के गैरेथ बैटी के नाम पर है जिन्हें दो टेस्ट मैचों के बीच 142 मैच तक इंतजार करना पड़ा था. सोर्स-भाषा