Liquor Scam: सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए 300 से अधिक अधिकारी लगाए गए- केजरीवाल

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े कथित धन शोधन मामले में शुक्रवार को नए सिरे से छापेमारी करने के बाद मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए 300 से अधिक अधिकारी लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है, क्योंकि उन्होंने कुछ किया ही नहीं है.

केजरीवाल ने कहा कि ‘गंदी राजनीति’ के कारण ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सैकड़ों अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी के अधिकारी आबकारी नीति से जुड़े कथित धन शोधन मामले में दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में 35 स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं.

केजरीवाल ने ट्वीट किया कि 500 से ज्यादा छापे, तीन महीनों से सीबीआई/ईडी के 300 से ज्यादा अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं... एक मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए... कुछ नहीं मिल रहा, क्योंकि कुछ किया ही नहीं. उन्होंने कहा कि अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है. ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा?

दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम बतौर आरोपी दर्ज है. सीबीआई द्वारा मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ईडी ने धन शोधन का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. ईडी इस मामले में अब तक 103 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.

11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी किया था:
दिल्ली के उप-राज्यपालय वी के सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. उन्होंने इस मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी किया था. ईडी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक और तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन से भी पूछताछ की है. सोर्स- भाषा