मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल ‘मैला’ हो गया है, जहां कई लोग एक-दूसरे को हमेशा के लिये ‘समाप्त’ करने के लिए निकले हैं.
राउत ने कहा कि नौ नवंबर को जेल से बाहर आने के बाद फिर से उन्हें ऐसा अनुभव हुआ. राज्यसभा सदस्य राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने गत एक अगस्त को धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था और नौ नवंबर को मुंबई की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी. रविवार से राउत ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में अपना स्तंभ ‘रोखठोक’ फिर से लिखना शुरू किया है. राउत ने दावा किया कि नफरत की भावना के साथ नेता अब एक ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं, जहां वे नहीं चाहते कि उनके विरोधी जीवित भी रहें. महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल मैला हो गया है, जहां लोग एक-दूसरे को हमेशा के लिये समाप्त करने निकले हैं. उन्होंने दावा किया कि जब मुझसे (महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता) देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी के बारे में पूछा गया कि राजनीति में कड़वाहट खत्म होनी चाहिये, तो मैंने जवाब दिया कि वह सच बोल रहे हैं, इस पर मीडिया कहने लगा कि मैंने नरम रुख अपना लिया है.’’
शिवसेना नेता ने दावा किया कि लोकतंत्र और स्वतंत्रता का अब अस्तित्व नहीं है, इनका सिर्फ नाम रह गया है. राजनीति विषैली हो गई है. ब्रिटिश शासन के दौरान भी ऐसा नहीं था. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘दिल्ली के मौजूदा शासक अपने मन मुताबिक बात सुनना चाहते हैं. ऐसा न करने वालों को दुश्मन माना जाता है. राउत ने कहा कि चीन, पाकिस्तान दिल्ली के दुश्मन नहीं हैं, लेकिन जो सच बोलते हैं, उन्हें दुश्मन माना जाता है और ऐसे राजनेता देश का कद घटाते हैं. सोर्स- भाषा