चेन्नई: चेन्नई के पास स्थित मामल्लापुरम तट पार करने वाला चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर हो गया है लेकिन इसका शहर और उसके आसपास के इलाकों में काफी असर पड़ा जिससे कई पेड़ उखड़ गए.
यहां वृहद चेन्नई निगम समेत निकाय एजेंसी गिरे हुए पेड़ों को हटाने में लगी रहीं. शहर में तथा आसपास के इलाकों में बिजली अभी गुल है. भारत मौसम विज्ञान विभाग चेन्नई ने ट्वीट किया कि चक्रवाती तूफान मैंडूस (जिसका मतलब खजाने की पेटी है) उत्तरी तमिलनाडु तट पर गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर हो गया. यह 10 दिसंबर को दोपहर तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा तथा धीरे-धीरे कमजोर होकर दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा.
9,000 से अधिक लोगों को 205 राहत केंद्रों में रखा गया:
तमिलनाडु के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि उम्मीद के मुताबिक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि 9,000 से अधिक लोगों को 205 राहत केंद्रों में रखा गया है. चेन्नई पुलिस ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में करीब 100 पेड़ उखड़ गए तथा पांच स्थानों पर बिजली के खंभे गिर गए. पुलिस ने बताया कि कामराजार सलाई में वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है. सोर्स- भाषा