अयोध्‍या में रविवार को राम की पैड़ी में जलाए जाएंगे 15 लाख से अधिक दिये, लेजर शो होगा आयोजित

अयोध्या: भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में दीपावली समारोह के हिस्से के रूप में रविवार को यहां भव्य दीपोत्सव मनाया जायेगा जिस दौरान कुल करीब 18 लाख मिट्टी के दीपक जलाए जाएंगे. समारोह के दौरान आतिशबाजी, एक लेजर शो तथा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा. अयोध्या में यह छठा मौका है जब दीपोत्सव समारोह का आयोजन किया जा रहा है. पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से भाग लेंगे.

अयोध्या संभाग के मंडलायुक्त नवदीप रिनवा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि 'राम की पैड़ी में 22,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा 15 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे. अधिकारी ने कहा कि बाकी दियों को महत्वपूर्ण चौराहों और स्थानों पर जलाया जाएगा. रिनवा ने कहा कि इसके अलावा लेजर शो, 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, आतिशबाजी होगी और अन्य देशों और राज्यों के सांस्कृतिक दल रामलीला का मंचन भी करेंगे. उन्होंने कहा कि राम कथा पार्क में 'पुष्पक विमान' से 'अवतार स्वरूप' भगवान (भगवान राम, देवी सीता, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान के अवतार) उतरेंगे और इस अवसर पर सरयू नदी की आरती भी होगी."

उन्‍होंने बताया कि त्योहार के दिन जिले में कुल 18 लाख दीये जलाए जाने की संभावना है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि 23 अक्टूबर को रविवार होने के कारण राम लला लाल-गुलाबी रंग की पोशाक पहने हुए दिखाई देंगे . भगवान राम और उनके भाइयों के लिए नए कपड़े सिले गये हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन ने देश और विदेश में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. दास ने कहा कि "हर साल त्योहार की भव्‍यता बढ़ी है और इसका विस्तार हुआ है, मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह परंपरा जारी रहेगी."

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा था, श्री अयोध्या जी तैयार हैं, भव्य और दिव्य दीपोत्सव के लिए आप सभी का स्वागत है. जयश्री राम. आदित्यनाथ ने 'दीपोत्सव' अयोध्या 2022 का नया लोगो भी ट्वीट में साझा किया. संपर्क करने पर हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा कि अयोध्या में भव्य और दिव्य दीपोत्सव की तैयारी चल रही है. इसी तरह के विचार अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने भी व्यक्त किए. उपाध्याय ने कहा कि देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से दीपोत्‍सव देखने के लिए आने वाले लोगों के स्वागत के लिए पूरा शहर, तैयार है.

एक आयुर्वेदिक चिकित्सक आरपी पांडेय ने कहा कि ऐसा लगता है कि 'त्रेतायुग' (भगवान राम का युग) अयोध्या लौट आया है और शहर 'त्रेतायुग' में खुद को भिगो चुका है. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम के लिए आने वाले हैं, इसलिए भी दीपोत्सव के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 25 नुक्कड़ पर कई संगठनों द्वारा रामलीला का मंचन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "इसके अलावा, कई संगठन भी इस अवसर पर दीप जलाएंगे.अयोध्या के देवकाली क्षेत्र के निवासी रजत सिंह ने कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य दीपोत्सव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और वे लोग भी दीप जलाकर रोशनी का त्योहार मनाएंगे.

जिले के गोसाईगंज क्षेत्र के निवासी मोनू सिंह ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ दीपोत्सव के अवसर पर दीप जलाने की योजना बना रहे हैं. लवकुश श्रीवास्तव ने कहा कि 'लोग खुद रंगोली का उपयोग करके शहर को सजा रहे हैं. अतुल सिंह ने कहा कि हम इस आयोजन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहे हैं. विभिन्न क्षेत्रों के लोग शहर के विभिन्न चौराहे पर दीप जलाएंगे, और रंगोली के रूप में सजावट भी करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या आएंगे और राम मंदिर में "दर्शन" एवं "पूजन" करेंगे. वह रामलला विराजमान की पूजा-अर्चना करेंगे और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की भी समीक्षा करेंगे.

बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री रविवार की शाम भगवान श्री रामलला विराजमान की पूजा अर्चना करेंगे और इसके बाद तीर्थ क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का मुआयना करेंगे. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री करीब 5.45 बजे भगवान राम का राज्याभिषेक करेंगे और इसके बाद वह सरयू नदी के किनारे बने नए घाट पर आरती भी करेंगे तथा दीपोत्सव समारोह में शिरकत करेंगे. बयान में कहा गया है कि दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला झांकियां भी प्रदर्शित की जायेंगी. प्रधानमंत्री भव्य म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे. (भाषा)