जयपुर: NCRB की रिपोर्ट में भले ही महिला अत्याचारों के मामले में प्रदेश को देश में सबसे अव्वल दिखाया गया है, लेकिन सच्चाई यह है कि पोक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों में आरोपियों को सजा दिलाने में राजस्थान दूसरे राज्यों के मुकाबले अच्छा काम कर रहा है. साल 2021 के आपराधिक आंकड़ों को लेकर जारी NCRB की रिपोर्ट में राजस्थान देश में सबसे अव्वल रहा था इस रिपोर्ट को लेकर प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला था लेकिन इसके उलट एक तथ्य यह भी है कि राजस्थान पुलिस ने बीते दिनों में पॉक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए अच्छा काम किया है.
पुलिस मुख्यालय की सीधी मॉनिटरिंग से अब पोक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों में अनुसंधान का समय भी काफी कम हुआ है जिन जिलों में इस तरह की घटनाएं हो रही है. वहां एसपी और आईजी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जाए. पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा खुद पोक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इसी का कमाल कहा जा सकता है कि प्रदेश में कुछ मामले तो ऐसे हैं जिनमें बेहद रिकॉर्ड समय में दोषियों को फांसी जैसी कड़ी सजा हुई है. प्रदेश में पप्पू से जुड़ी पकड़ो की एस ऑफिसर स्कीम के तहत जांच की जाती है अभी तक प्रदेश में इस तरह के अधिकतर मामलों का पुलिस ने जल्द खुलासा किया है. प्रदेश में जिस तरीके से पोक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों में अनुसंधान करके दोषियों को सजा दिलाई जा रही है यह दूसरे प्रदेशों की पुलिस के लिए भी एक स्टडी केस है.
पोक्सो से जुड़े मामलों में राजस्थान पुलिस की त्वरित कार्रवाई की तारीफ सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी की है. सीएम अशोक गहलोत की भी मंशा है कि जघन्य अपराध करने वाले दरिंदों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिलनी चाहिए. मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ही बीते वर्षो में राजस्थान पुलिस में पोक्सो एक्ट से जुड़े प्रकरणों में अच्छा काम किया है.
जानिए, पोक्सो एक्ट में दोषियों को हुईं सजा के कुछ आंकड़े:
1- 2019 से इस वर्ष के अक्टूबर तक 12 दोषियों को हो चुकी है फांसी की सजा
2019 में 2 दरिंदों को हुई फांसी की सजा
2021 में 5 दरिंदों को हुई फांसी की सजा
इस वर्ष के अक्टूबर महीने तक 5 दोषियों को मिल चुकी है फांसी की सजा
2- 2019 से इस वर्ष के अक्टूबर तक प्रदेश में 213 दोषियों को हो चुकी है आजीवन कारावास की सजा
2019 में 76 दोषियों को हुआ आजीवन कारावास
2020 में 29 दोषियों को मिली आजीवन कारावास को सजा
2021 में 41 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा मिली
इस वर्ष अक्टूबर के महीने तक 67 दोषियों को हो चुकी है आजीवन कारावास की सजा
3- 2019 से इस वर्ष के अक्टूबर माह तक 253 दरिंदों को हो चुका है 20 वर्ष की सजा का एलान
2019 में 41 लोगों को हुआ 20 वर्ष जेल की सजा का एलान
2020 में 27 लोगों को मिली 20 वर्ष की सजा
2021 में 43 लोगों को मिली 20 वर्ष की सजा
इस वर्ष के अक्टूबर महीने तक सर्वाधिक 142 लोगों को मिल चुकी 20 वर्ष जेल की सजा