देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला में केदारनाथ मंदिर में दर्शन के बाद चमोली में बदरीनाथ धाम पहुंचे और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की. राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी विभिन्न विकास परियोजनाओं का जायजा लेंगे और कुछ नयी परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चमोली जिले में स्थित नर और नारायण पर्वतों के बीच स्थित विष्णु के धाम पहुंचने पर प्रधानमंत्री का तीर्थ पुरोहितों तथा अन्य लोगों ने स्वागत किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर बदरीनाथ मंदिर को पीले और नारंगी फूलों से सजाया गया है. मंदिर के पुजारी वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूरे विधि विधान से प्रधानमंत्री की पूजा संपन्न करवा रहे हैं.
मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना करने के बाद मोदी बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत हो रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे. इसके अलावा, वह बदरीनाथ के निकट स्थित सीमांत माणा गांव में सड़क और रज्जूमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और लोगों को संबोधित भी करेंगे. प्रधानमंत्री रात्रि विश्राम बदरीनाथ में करेंगे. प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का यह दूसरा बदरीनाथ दौरा है.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने रूद्रप्रयाग जिला में प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर में पूजा की थी. मोदी के दौरे के मद्देनजर केदारनाथ मंदिर को कई क्विंटल फूलों से सजाया गया था. इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा पहने गए सफेद रंग के पहाड़ी परिधान और पहाड़ी टोपी ने सबका ध्यान अपनी ओर खासतौर पर आकृष्ट किया. मंदिर में पूजा में बैठे मोदी के परिधान पर ‘‘स्वास्तिक’’ का चिह्न भी दिखाई दिया.
पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने 9.7 किलोमीटर लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ रज्जूमार्ग परियोजना की आधारशिला रखी. इस रज्जूमार्ग के बनने से कई घंटों में पूरी होने वाली केदारनाथ की कठिन पैदल यात्रा का एक सुगम विकल्प उपलब्ध होगा और श्रद्धालु केवल 30 मिनट में बाबा केदार के द्वार तक पहुंच सकेंगे. मंदिर से बाहर आने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, प्रदेश के मुख्य सचिव सुखबर सिंह संधु भी मौजूद रहे.
आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल के दर्शन के लिए गए:
प्रधानमंत्री इसके बाद आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल के दर्शन के लिए गए और उनकी प्रतिमा के समक्ष कुछ समय बिताया. वर्ष 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हुए आदि गुरु के समाधिस्थल का प्रधानमंत्री ने पिछले साल लोकार्पण किया था. इससे पहले, प्रधानमंत्री सुबह भारतीय वायु सेना के विमान से देहरादून के निकट जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचे जहां राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने उनकी अगवानी की. सोर्स- भाषा