नहीं रहे विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा , 77 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, वर्तमान में सरदारशहर से थे विधायक

सरदारशहर: लोकप्रिय विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन की खबर सुनकर हर कोई स्तब्ध है. शर्मा के सरदारशहर निवास पर शर्मा समर्थक जुटने लगे हैं. आज विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा का 7 बजकर 35 मिनट पर निधन हो गया. आपको बता दें कि भंवरलाल शर्मा 77 वर्ष पूर्ण कर चुके थे. शनिवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद विधायक शर्मा को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया था. 

शनिवार रात्रि को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायक भंवरलाल शर्मा से मिलने एसएमएस अस्पताल पहुंचे थे. रविवार सुबह सरदारशहर वासियों के लिए एक दुखद खबर आई और खबर यह थी कि विधायक भंवरलाल शर्मा अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं. विधायक भंवरलाल शर्मा अपने बयानों के कारण प्रदेश और देश कि मीडिया में हमेशा से सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन कुछ माह से भंवरलाल शर्मा अपने स्वास्थ्य कारणों के चलते सुर्खियों में थे. जैसे ही भंवरलाल शर्मा के निधन का समाचार मिला हर कोई स्तब्ध रह गया और सोशल मीडिया पर भंवरलाल शर्मा के निधन पर श्रद्धांजलि दी जा रही है.

हालांकि आगे के क्या कुछ कार्यक्रम है इसके बारे में अभी तक आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ रही है. सूचना मिल रही है कि दोपहर बाद तक विधायक शर्मा के पार्थिव देह को सरदारशहर स्थित विधायक आवास पर लाया जाएगा. विधायक आवास पर निधन की सूचना के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता जुटने शुरू हो चुके हैं. एक बार भंवरलाल शर्मा के जीवन पर एक नजर डाल लेते हैं.

राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर में सेवगराम और पार्वती देवी के घर 17 अप्रैल 1945 को भंवरलाल शर्मा का जन्म हुआ. भंवरलाल शर्मा ने 17 साल की उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था. सबसे पहले साल 1962 में सरदारशहर की जैतसीसर ग्राम पंचायत के सरपंच बने. साल 1962 से 1982 तक सरपंच रहे. इसके बाद 1982 में वे सरदारशहर पंचायत समिति के प्रधान चुने गए. 

भंवरलाल शर्मा ने 1985 में लोकदल से पहला राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने. विधायक बनने के बाद शर्मा ने जनता दल पार्टी ज्वाइन की. 1990 में दूसरी बार विधायक बनने में सफल रहे. दूसरी बार विधायक बनने पर भंवरलाल शर्मा को राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री बनाया गया. फिर इन्होंने 1996 में राजस्थान विधानसभा उपचुनाव जीता. वर्ष 1998, 2003, 2013 और 2018 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने.