गांधी जयंती शांति व सांप्रदायिक सद्भाव के मूल्यों के प्रति खुद को पुन: समर्पित करने का अवसर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर नागरिकों को बधाई दी और कहा कि यह सभी के लिए शांति, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव के मूल्यों के लिए खुद को पुन: समर्पित करने का अवसर है. उन्होंने राष्ट्र के नाम एक संदेश में कहा कि महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर मैं सभी देशवासियों की ओर से राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं. राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जयंती हम सभी के लिए उनके प्रेरक जीवन -शांति, समानता और सांप्रदायिक सौहार्द के मूल्यों के प्रति खुद को समर्पित करने का अवसर है.

मुर्मू ने कहा कि इस साल इसे मनाना एक विशेष महत्व रखता है क्योंकि देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘अमृत महोत्सव’ मना रहा है. उन्होंने कहा कि यह समय हम सभी के लिए गांधी जी के सपनों के भारत को साकार करने की दिशा में काम करने का है. राष्ट्रपति ने कहा कि एक सदी पहले गांधी जी ने स्वदेशी के अपने आह्वान और आत्मनिर्भरता पर जोर देकर लाखों लोगों को प्रेरित किया था.

उन्होंने कहा कि जैसे ही हम आजादी की शताब्दी से पहले अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं, यह जानकर खुशी हो रही है कि युवा पीढ़ी भी गांधी जी के कार्यों से प्रेरणा ले रही है. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आइए हम उनके मार्ग पर बढ़ने, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने, आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने और देश तथा दुनिया की प्रगति की दिशा में काम करने का संकल्प लें. (भाषा)