जयपुर VIDEO: राजस्थान में फिर छिड़ेगा सियासी दंगल, 2 सीटों पर होना है उपचुनाव, देखिए ये खास रिपोर्ट

VIDEO: राजस्थान में फिर छिड़ेगा सियासी दंगल, 2 सीटों पर होना है उपचुनाव, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: वल्लभनगर और धरियावद साधने के लिए कांग्रेस ने तैयारियों को तेज कर दिया. मेवाड़ की सीटों को जीतने के लिए प्रदेश को कांग्रेस ने उस टीम पर ही भरोसा किया है जिन्हें बीते तीन उप चुनावों में टास्क सौंपा गया था. हालांकि जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के मद्देनजर कुछ नाम बदले गए. समन्वय समितियों का बनाने में सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया गया. बीते तीन विधानसभा उपचुनाव नतीजों से कांग्रेस जोश से लबरेज है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आगामी दो उपचुनावों के परिपेक्ष्य में सोशल इंजीनियरिंग का तड़का लगाकर समन्वय समिति बनाई है. नेताओ को उनकी उपयोगिता के मुताबिक टास्क सौंपे है.

वल्लभनगर विधानसभा उप चुनाव:
- वल्लभनगर का जिम्मा प्रताप सिंह खाचरियावास को सौंपा
- राजपूत कार्ड के तौर पर खाचरियावास को दिया टास्क
- वल्लभनगर को राजपूत बहुल सीट माना जाता है
- कांग्रेस के सबसे बड़े राजपूत चेहरों में शुमार है खाचरियावास
- खाचरियावास बीते तीन उप चुनावों में स्टार प्रचारक थे 
- वल्लभनगर में खनिज मंत्री प्रमोद भाया और
- सहकारिता मंत्री उदय लाल अंजना को भी जिम्मा
- भाया के जरिए जैन वैश्य वर्ग को साधने का काम होगा
- ओबीसी वर्ग के परिपेक्ष्य में रणनीति बनाएंगे मंत्री अंजना
- दोनों ने राजसमंद उपचुनाव में भी टास्क देखा था
- टीम CP के तहत उन्होंने मोर्चा संभाला था 
- डांगी मतदाता को साधने के लिए पुष्कर डांगी को जिम्मा
- पुष्कर डांगी के समाज के वोट वल्लभनगर में बहुतायत में है
- आदिवासी वर्ग को साधने का जिम्मा तीन नेताओ को दिया
- विधायक दयाराम परमार ,गणेश घोघरा और लाखन सिंह मीणा के जिम्मे
- परमार और घोघरा का ताल्लुक तो पहले से दक्षिणी राजस्थान से

धरियावद विधानसभा उपचुनाव:
- जनजाति विकास मंत्री अर्जुन लाल बामनिया को बनाया प्रभारी 
- गहलोत कैबिनेट में एकमात्र आदिवासी वर्ग से मंत्री है बामनिया
- धरियावद st रिजर्व सीट है यहीं कारण है आदिवासी मंत्री को जिम्मा सौंपा
- सहाड़ा में कमाल का प्रदर्शन कर चुके खेल और युवा मंत्री 
- अशोक चांदना को टास्क सौंपा गया
- स्वजातीय वोटों को साधने के साथ उनके जिम्मे होगी रणनीति
- दो वरिष्ठ आदिवासी नेताओ को जिम्मा मिला
- सीडब्ल्यूसी सदस्य और पूर्व एमपी रघुवीर सिंह मीणा 
- कद्दावर आदिवासी नेता और विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय को भी धरीयावद की रणनीति से जोड़ा है
- तेजतर्रार आदिवासी प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा की जिम्मेदारी बड़ी है
- रामलाल की विधानसभा से सटा है धरीयावद 
- आदिवासी युवाओं को साधने का जिम्मा संभालेंगे
- अब बात उन दिग्गजो की जो रणनीतिक मोर्चा संभालेंगे
- धर्मेंद्र राठौड़ को यहां कूटनीतिक मोर्चे पर लगाया है
- सामान्य वर्ग को साधने और विरोधी दल में सेंध लगाने पर उनका फोकस रहेगा
- आदिवासी इलाके के सबसे बड़े वैश्य नेताओ में शुमार
- दिनेश खोड़निया को महत्वपूर्ण जिम्मा सौंपा है
- सीएम गहलोत के नजदीकी खोड़निया मेवाड़ और वागड़ की सियासी धरती को साधने में एक्सपर्ट कहे जाते है

वल्लभनगर में त्रिकोणीय चुनाव के आसार से नहीं किया जा सकता इंकार:

वल्लभ नगर की सीट खाली हुई कांग्रेस के विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के कारण. उनके पिता गुलाब सिंह शक्तावत का बड़ा नाम रहा है. कांग्रेस के राजपूत क्षत्रप वो कहे जाते थे. संभव है उन्हीं परिवार से टिकट देकर कांग्रेस emotional कार्ड चले. धरियावद में बीजेपी विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के कारण चुनाव हो रहे है. कांग्रेस के पास यह अवसर होगा कि बीजेपी से इस सीट को छीन कर कांग्रेस की झोली में डाला जाए और विधानसभा में स्कोर बढ़ाया जाए, यह जरूर है कि दोनों ही सीटों पर मुकाबला होगा. वल्लभनगर में त्रिकोणीय चुनाव के आसार से इंकार नहीं किया जा सकता.

...फर्स्ट इंडिया के लिए योगेश शर्मा की रिपोर्ट

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