नई दिल्ली: राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (congress president mallikarjun kharge) पत्र लिखकर प्रभारी महासचिव पद से इस्तीफ़ा देने की इच्छा जताई है. माकन ने कांग्रेस अध्यक्ष को यह पत्र 8 नवंबर को लिखा है. उन्होंने 25 सितंबर का राजनैतिक घटनाक्रम को इसकी वजह बताया है.
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के साथ अपने पारिवारिक संबंधों का हवाला देते हुए खुद को राहुल गांधी का सिपाही बताया है. माकन ने लेटर में दिल्ली में कांग्रेस को मजबूत करने की बात लिखी है. माकन ने लेटर में लिखा कि जिन्होंने 25 सितंबर को बगावत करी और करवाई, जिससे वर्तमान राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष और निवर्तमान प्रभारी महासचिव को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा अब उन्हीं लोगों का भारत जोड़ों यात्रा का इंचार्ज बनाया गया है.
#BreakingNews: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी @ajaymaken ने लिखा पत्र
— First India News (@1stIndiaNews) November 16, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 8 नवंबर को लिखा पत्र, माकन ने प्रभारी महासचिव पद से इस्तीफ़ा देने की जताई इच्छा, 25 सितंबर का राजनैतिक घटनाक्रम बताया इसकी वजह #RajasthanPolitics @ashokgehlot51 @SachinPilot pic.twitter.com/8uDE40wBDv
विधायकों ने लगाए थे गंभीर आरोप:
आपको बता दें कि अशोक गहलोत गुट के विधायकों ने अजय माकन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. मंत्री शांति धारीवाल ने साफ तौर पर कहा था कि राजस्थान में जो भी कुछ हुआ उसमें अजय माकन की बड़ी भूमिका थी. माकन सरकार के खिलाफ बगावत कर चुके नेता को सत्ता देने के लिए पक्षपात कर रहे थे. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा था कि माकन हमारे परिवार के मुखिया हैं. हमारी आवाज को सुनना, समझना और उसे आलाकमान तक पहुंचाना उनकी जिम्मेदारी थी.
विधायकों ने दिया था इस्तीफा:
गौरतलब है कि 25 सितंबर को कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा करने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में शामिल होने की जगह विधायक मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर जुट गए थे. जहां गहलोत गुट के मंत्री और विधायकों ने सचिन पायलट के सीएम बनाए जाने का विरोध किया था. बाद में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर पहुंचकर इस्तीफा दे दिया था.