कोटा: प्रदेश का सबसे बड़ा तकनीकी विश्वविद्यालय-राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा विवादों में हैं और वजह हैं विश्वविद्यालय में अंकों के बदले छात्राओं से अस्मत मांगे जाने का खुलासा. विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार द्वारा दलाल छात्रों को साथ लेकर बैक क्लीयर करने और पास कराने के एवज में अपनी बेटी समान कई छात्राओं को बदनीयती से टारगेट पर ले रखने का खुलासा हुआ हैं और कुछ छात्राओं के भी इस गिरोह में शामिल होने की बातें कही जा रही हैं. लेकिन इस बीच प्रोफेसर परमार की लगातार अनैतिक प्रताड़ना और अवांछित डिमांड्स से परेशान एक छात्रा ने हिम्मत दिखाते हुये थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया, तो पूरे मामले का खुलासा हो गया और इसके साथ ही शिक्षक और दलाल छात्र के विश्वविद्दालय छात्राओं को करियर का वास्ता देकर चारित्रिक समर्पण कराने की साजिशों के ऑडियो भी वायरल हो गये हैं.
पुलिस ने देर रात को आरोप एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार व बिचौलिया स्टूडेंट अर्पित अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. आरोप प्रोफेसर मूलरूप से श्रीगंगानगर का रहने वाला है. वर्तमान में कोटा कर बसंत विहार थाना दादाबाड़ी में रहता है. लंबे समय से RTU में पोस्टेड है. जबकि अर्पित महावीर नगर द्वितीय का निवासी है.
करीब 1 लाख विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन वाला राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा, प्रदेश का सबसे बड़ा तकनीकी विश्वविद्यालय माना जाता हैं. लेकिन इन दिनों विश्वविद्यालय के कुछ शिक्षकों की कारस्तानी ने शिक्षा के इस मंदिर की गरिमा पर कालिख पोत डाली हैं. ये कुख्यात कारनामा विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट के टीचर और एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार ने किया हैं. एसोसिएट प्रोफेसर परमार अपनी बेटी जैसी विश्वविद्यालय की छात्राओं पर गंदी निगाहें रखता था. उसने कुछ छात्र-छात्राओं को अपने इस गंदे खेल में शामिल भी कर रखा था. पहले टारगेट करके छात्राओं को फेल करता और बाद में पास करने का लालच देकर अपने दलाल छात्र-छात्राओं के मार्फत उन छात्राओं से अस्मत मांगता. हैरानी की बात ये हैं कि विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के अलावा ऐसी कई गर्ल्स स्टूडेंट थी जो शिक्षक के नाम पर कलंक इस एसोसिएट प्रोफेसर के टारगेट पर थी.
इस पूरे मामले को लेकर अब विश्वविद्यालय में हंगामे भी शुरू हो गये:
बहरहाल, इस पूरे मामले को लेकर अब विश्वविद्यालय में हंगामे भी शुरू हो गये हैं. छात्रा नेताओं का दावा हैं कि पिछले करीब 5 सालों से इसी प्रकार की संदेहास्पद हरकतों को लेकर एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार शक के दायरे में रहा हैं और अब इस मामले में सख्त एक्शन की मांग को लेकर छात्र आंदोलन होगा. अपनी धौंस दिखाते हुये ऑडियो में ये शिक्षक कहते सुना गया हैं कि कुलपति से लेकर अधिष्ठाता तक सब उसके हैं और पैसे की तो उसके पास कोई कमी ही नहीं हैं. ऐसे में उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता और वो तब तक टारगेट छात्राओं को नहीं छोड़ेगा जब तक कि वो उसके सामने समर्पण नहीं कर देगी. हालांकि एक छात्रा ने हिम्मत दिखाते हुये अब दादाबाड़ी थाने में गिरीश परमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया हैं.
पुलिस इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही:
2006 में स्थापित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्दालय कोटा प्रदेश का पहला और अभी तक का सबसे बड़ा तकनीकी विश्वविद्दालय हैं, जिसमें करीब पूरे राजस्थान के अभियांत्रिकी और एमबीए से संबंधित परीक्षा कार्यक्रम चलते हैं. लेकिन शिक्षा के इस मंदिर में गिरीश परमार जैसे शैतानों की घुसपैठ और ऐसे चरित्रहीन शिक्षकों को संरक्षण किसका हैं, ये भी जॉच का विषय होना चाहिये. बहरहाल पुलिस इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही हैं. इधर एबीवीपी ने आज पूरे मामले को लेकर विश्वविद्दालय बंद कराने का ऐलान किया हैं.