जयपुर: सीएस उषा शर्मा विभागों के कामकाज के फील्ड में असर को लेकर एक्शन में हैं. उन्होंने सभी विभागों को अपने कामकाज का 6 महीने का रिपोर्ट कार्ड मांगा है. इसके जरिए विभागों के कामकाज का आकलन हो सकेगा और चुनावी साल में कामकाज के फील्ड में असर को लेकर नकेल भी कसी जा सकेगी.
सरकारी विभागों को अप्रैल से लेकर सितंबर 2022 तक की रिपोर्ट सीएस उषा शर्मा को देनी होगी. इसके लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं. संबंधित विभाग के कामकाज के क्या प्रमुख बिंदु रहे और उनमें कितनी क्रियान्विति हुई. इसका पूरा ब्योरा देना होगा. उनकी बजट घोषणाएं क्या थीं और उनमें से कितनी क्रियान्विति हुई. घोषणा क्रियान्वित नहीं होने के क्या कारण रहे. संबंधित विभाग की क्या क्या हैं फ्लैगशिप योजनाएं. उसकी क्रियान्विति कितनी हुई.
जो बाकी घोषणाएं हैं उसमें क्या समस्या आ रही:
इसके साथ ही विभाग की कितनी सीएम की घोषणाएं हैं. उसकी कितनी क्रियान्विति हुई है और जो बाकी घोषणाएं हैं उसमें कितनी समस्या आ रही है. तमाम घोषणाओं के हल क्या हैं जिन पर नीतिगत निर्णय लेना है, उसका प्रस्ताव कहां लंबित हैं. उसे पूरा करने में कितना समय लगेगा. इनका पूरा ब्योरा देना होगा. इसके आधार पर गहलोत सरकार के उस कामकाज का पूरा फ्रेमवर्क बनेगा जिसके आधार पर सरकार प्रचार कर पाएगी.