Rajasthan Political Crisis: 92 कांग्रेस विधायक इस्तीफा प्रकरण, अब आलाकमान ने अपनाया गंभीर रुख !

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) को कांग्रेस अध्यक्ष पद (congress president) का संभावित उम्मीदवार बताकर उनकी जगह किसी दूसरे नेता को मुख्यमंत्री बनाने की संभावनाओं के बाद राजस्थान कांग्रेस में सियासी संकट खड़ा हो गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 92 कांग्रेस विधायक इस्तीफा प्रकरण में अब आलाकमान ने गंभीर रुख अपनाया है. शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) और महेश जोशी (Mahesh Joshi) पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है. दोनों को आलाकमान नोटिस जारी कर सकता है. पहले आलाकमान मल्लिकार्जुन खड़गे और माकन के साथ मीटिंग करेगा और उनसे पूरे घटनाक्रम का फीडबैक लेगा. मीटिंग के बाद आलाकमान नोटिस जारी कर सकता है. 

आपको बता दें कि इससे पहले देर रात तक 'सियासी ड्रामा' चला. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के वफादार माने जाने वाले विधायकों ने अपने इस्‍तीफे रव‍िवार रात विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी (Assembly Speaker CP Joshi) को सौंप दिए. राज्‍य विधानसभा में मुख्‍य स‍चेतक महेश जोशी (Chief Whip Mahesh Joshi) ने रविवार देर रात कहा कि हमने इस्‍तीफे दे द‍िए हैं और आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्‍यक्ष करेंगे.

अजय माकन ने दिए कार्रवाई के संकेत: 
वहीं कांग्रेस में जारी सियासी घमासान के बीच विधायकों के इस्तीफों पर कांग्रेस नेतृत्व ने नाराजगी प्रकट की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा है कि विधायकों का विधायक दल की बैठक में नहीं आना  अनुशासनहीनता है. इसे लेकर कार्रवाई हो सकती है. माकन ने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल (Minister Shanti Dhariwal) के घर बुलाई गई बैठक अनुशासनहीनता है. रेजोल्यूशन  एक लाइन का होता है, शर्तों का नहीं होता. अजय माकन ने कहा, हमने कहा था कि हम सभी विधायकों से एक एक कर बात करेंगे लेकिन वो अड़े रहे कि हम ग्रुप्स में आएंगे. कांग्रेस की प्रथा रही है कि ऐसी स्थिति में सबसे अलग अलग बात की जाए. वहीं, विधायकों की मांग थी कि गहलोत के समर्थन में जो 102 विधायक हैं, उन्हीं में से सीएम बनाया जाए. 

विधायक अपनी शर्तों पर अड़े रहे:
माकन ने कहा कि सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए. हमने विधायकों से कहा कि वे उन सभी की चिंताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने रखेंगे. लेकिन विधायक अपनी शर्तों पर अड़े रहे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इस तरह से शर्तों पर बात नहीं होती. हमने साफ किया था विधायकों को कि हम उनकी बात सोनिया गांधी तक पहुंचाएंगे. इसके बाद वे गहलोत से बात करेंगी और फैसला लिया जाएगा.