जयपुर: तीन माह के बाद प्रदेश के टाइगर पार्क रणभंभौर और सरिस्का और कुंभलगढ़ रिजर्व पर्यटकों के लिए खुलने जा रहे हैं. वन्यजीव प्रेमी, पर्यटक और ट्रेवल ट्रेड में उत्साह देखने को मिल रहा है. 1 अक्टूबर से रणथंभौर हाउस फुल है तो सरिस्का भी ज्यादा पीछे नहीं है. कुंभलगढ़ पहुंचने वालों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. मानसून के दौरान प्रदेश के दोनों टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट बंद रहते हैं.
कुंभलगढ़ सेंचुरी को भी पर्यटन के लिए तीन महीने बंद रखा जाता है. अब इन तीनों जगह ही 1 अक्टूबर से पर्यटन गतिविधियां पूरे जोर शोर से शुरू होने जा रही हैं. वन विभाग ने भी प्रमुख सचिव शिखर अग्रवाल की अगुवाई में दो अहम फैसले लेकर खास कर रणथंभौर में हाफ डे और फुल डे सफारी बंद करवाई और अब करंट बुकिंग के नाम पर पर्यटकों से होने वाली लूट पर अंकुश लगा दिया. इन फैसलों से भी वन्यजीव को तो राहत मिलेगी ही पर्यटकों की जेब भी नहीं कटेगी.
पार्क खुलने से पहले सभी व्यवस्थाओं का अधिकारियों ने जायजा लिया है. खास कर पीसीसीएफ हॉफ डॉ डीएन पाण्डेय, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने फीडबैक लिया है. उधर रणथंभौर के डीएफओ संग्राम सिंह कटियार और सरिस्का के डीएफओ देवेंद्र सिंह जगावत ने खुद टाइगर पार्क का मुआयना कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाया है. अब इंतजार है पार्क खुलने का, वन्यजीव प्रेमियों में बाघ और दूसरे वन्यजीवों को देखने की ललक साफ झलक रही है.
टाइगर पार्क खुलने का पर्यटकों में रोमांच जरूर देखने को मिल रहा है, लेकिन इन सबसे से अलग झालाना लेपर्ड रिजर्व ने पर्यटकों की सोच बदल कर रख दी है. अभी तो दीवानगी टाइगर रिजर्व में भ्रमण करने की दिखाई देती थी उसमें झालाना के लैपर्ड्स ने सेंध लगा दी है. देश के सबसे खूबसूरत अर्बन लैपर्ड्स के विचरण स्थल झालाना में हाउस फुल चल रहा है. लैपर्ड्स की साइटिंग के यहां 90 फीसदी तक अवसर होते हैं जो खुले जंगल में दुनिया में सबसे शानदार हैं. लैपर्ड्स की अटखेलियां बॉलिवुड, खेल जगत की हस्तियां, कॉर्पोरेटर्स, न्यायिक अधिकारी, सभी की पहली पसंद बन गए हैं.