मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने बुधवार को कहा कि वह वन विभाग के लाइसेंस वाली जीप में सफर कर रही थीं, जो निर्धारित ‘‘पर्यटक पथ’’ पर ही चल रही थी.
दरअसल, उनका यह बयान तब आया है, जब सतपुड़ा बाघ अभयारण्य के अधिकारियों ने एक वीडियो के सामने आने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है, जिसमें कथित तौर पर दिखाया गया है कि सफारी के दौरान रवीना का वाहन संरक्षित क्षेत्र में एक बाघ के पास आ गया था. रवीना 22 नवंबर को अभयारण्य गई थीं. उन्होंने ट्वीट किया कि वह सफारी पर वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रशिक्षित गाइड और चालकों के साथ गई थीं.
एक स्थानीय समाचार चैनल की 25 नवंबर की वीडियो रिपोर्ट साझा करते हुए रवीना ने ट्वीट किया कि एक बाघ डिप्टी रेंजर की मोटरसाइकिल के पास आ गया था. उन्होंने कहा कि कोई यह नहीं बता सकता है कि बाघ कब और कैसे प्रतिक्रिया देगा. यह वन विभाग का लाइसेंसी वाहन था, उनके गाइड और चालक साथ थे, जिन्हें अपनी सीमाओं और वैधताओं की पूरी जानकारी है.
रवीना ने बताया कि वह और उनके साथ यात्रा कर रहे लोग चुप बैठे थे और उन्होंने बाघिन को आगे बढ़ते हुए देखा. अभिनेत्री ने कहा कि हम पर्यटक पथ पर थे, जिसे बाघ अक्सर पार करते हैं. इस वीडियो में नजर आ रही बाघिन केटी को भी गाड़ियों के पास आने और गुर्राने की आदत है.
एक अन्य ट्वीट में 48 वर्षीय रवीना ने कहा कि बाघ अपने इलाके के राजा होते हैं और घटना के दौरान वे ‘‘मूक दर्शक’’ भर थे. उन्होंने कहा कि अचानक कोई भी गतिविधि उन्हें भी हैरान कर सकती है.
वीडियो में सफारी वाहन एक बाघ के करीब पहुंचते दिख रहा:
सोशल मीडिया मंच पर सामने आए वीडियो में सफारी वाहन एक बाघ के करीब पहुंचते दिख रहा है. वीडियो में कैमरे के शटर की आवाज सुनाई देती है और एक बाघ उन लोगों पर दहाड़ता दिखाई दे रहा है. यह घटना मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित सतपुड़ा बाघ अभयारण्य में हुई.
अभिनेत्री ने बाघों की तस्वीरें भी साझा की थीं:
वन के उपसंभागीय अधिकारी (एसडीओ) धीरज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद उन्होंने कथित घटना की जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि 22 नवंबर को रवीना के अभयारण्य के दौरे के दौरान उनका वाहन कथित तौर पर एक बाघ के पास पहुंच गया था. रवीना ने सतपुड़ा बाघ अभयारण्य के दौरे की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा की थीं. अभिनेत्री ने बाघों की तस्वीरें भी साझा की थीं, जो उन्होंने अभयारण्य में अपने दौरे के दौरान ली थीं. सोर्स- भाषा