नया टी20 कप्तान रखने में कोई परेशानी नहीं, भले ही वह हार्दिक पंड्या हों : रवि शास्त्री

वेलिंगटन: भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने गुरूवार को कहा कि अलग टी20 कप्तान रखने में कोई दिक्कत नहीं है और उन्होंने स्टार आल राउंडर हार्दिक पंड्या को इस पद के लिये आदर्श उम्मीदवार बताया. नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में हार्दिक शुक्रवार से यहां न्यूजीलैंड में शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में टीम की अगुआई करेंगे.शास्त्री ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले यहां पत्रकारों से कहा कि टी20 क्रिकेट के लिये नया कप्तान रखने में कोई परेशानी नहीं है. 

उन्होंने कहा कि इतना क्रिकेट हो रहा है कि एक खिलाड़ी के लिये खेल के सभी तीनों प्रारूपों में खेलना कभी भी आसान नहीं होगा. शास्त्री ने कहा कि अगर रोहित टेस्ट और वनडे में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं तो नया टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान रखने में कोई बुराई नहीं है और अगर वह हार्दिक पंड्या हैं तो वही सही. कार्यवाहक मुख्य कोच वीवीएस लक्ष्मण ने गुरूवार को कहा कि भारत टी20 विशेषज्ञों को तलाशने की कोशिश करेगा क्योंकि विश्व कप में मिली एक और असफलता के बाद टीम सुधार करना चाहती है.

शास्त्री ने कहा कि यह आगे बढ़ने का तरीका है और वीवीएस बिलकुल सही हैं, वे विशेषज्ञों की तलाश करेंगे, विशेषकर युवाओं में से. उन्होंने कहा कि यही मंत्र होना चाहिए कि अब से दो वर्षों तक पहचानें और ऐसी टीम तैयार करें जो शानदार क्षेत्ररक्षण करने वाली हो और इन युवाओं के लिये भूमिकायें तय करें जो बिना किसी दबाव के निडर होकर बढ़िया क्रिकेट खेलें. न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये शुभमन गिल, उमरान मलिक, इशान किशन और संजू सैमसन को मौका दिया गया है जबकि सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है.

शास्त्री को लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन को युवाओं को निखारकर इंग्लैंड की सफेद गेंद क्रिकेट की योजना की तर्ज पर काम करना चाहिए जिससे उसने वनडे और टी20 विश्व कप विजेता बनने का गौरव हासिल किया. उन्होंने कहा कि इस टीम के पास भविष्य में खिलाड़ियों की भूमिका, मैच विजेता तराशने और इंग्लैंड के खाके की तरह बढ़ने का मौका होगा. शास्त्री ने कहा कि 2015 विश्व कप के बाद उन्होंने (इंग्लैंड) खेल के प्रारूपों - भले ही टी20 क्रिकेट हो या फिर 50 ओवर का क्रिकेट - के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की पहचान की. इसका मतलब अगर कुछ सीनियर खिलाड़ी हैं तो उन्हें बैठना होगा. और उन्होंने युवाओं को लिया जो निडर थे और खेल के अनुसार खुद को ढाल सकते थे. 

उन्होंने कहा कि भारत के पास स्रोतों का भंडार है और यह इस दौरे से ही शुरू हो सकता है. यह युवा टीम है और आप पहचान करके इस टीम को निखार सकते हो. वर्ष 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग के आने के बाद कई देशों ने अपनी टी20 लीग शुरू कीं जिसमें आस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (बीबीएल), पाकिस्तान प्रीमियर लीग (पीएसएल) और कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) शामिल है.भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों का स्वागत करता है लेकिन अपने सक्रिय भारतीय खिलाड़ियों को इन विदेशी लीग में खेलने की अनुमति नहीं देता.

इंग्लैंड ने कप्तान जोस बटलर और सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने बीबीएल में अपार अनुभव की बदौलत सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से पराजित किया. इंग्लैंड से मिली हार के बाद बातें होने लगी कि बीसीसीआई को भी अपने खिलाड़ियों को दुनिया भर में हो रही विभिन्न टी20 लीग में खेलने की अनुमति देनी चाहिए. लेकिन शास्त्री और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान इससे सहमत नहीं हैं. जहीर ने कहा कि मुझे लगता है कि इसके लिये काफी प्रक्रियायें हैं. यह केवल फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने के बारे में नहीं है, यह विभिन्न देशों में जाकर चीजें सीखने के बारे में है. 

उन्होंने कहा कि यह अहम है और बीसीसीआई कई दौरे कराता है तो यह प्रक्रिया अपनायी जाती है. मुझे और कोई कारण नहीं दिखता कि खिलाड़ियों को विशेष टूर्नामेंट में जाकर खेलना चाहिए. उन्होंने कहा कि आपके पास मजबूत ढांचा है, तो दूसरों पर निर्भर क्यों रहें. हमारे पास अच्छे खिलाड़ियों लाने का अच्छा तरीका है, हमारी ‘बेंच स्ट्रेंथ’ देखिये. आप लगभग तीन टीमों के साथ खेल सकते हो और आप किसी भी स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हो.शास्त्री ने साथ ही कहा कि इन सभी खिलाड़ियों को खिलाने के लिये और मौका देने के लिये काफी घरेलू क्रिकेट भी है.

उन्होंने कहा कि साथ ही आपको भारत ए दौरे और अन्य दौरे भी मिलते हैं. इसलिये इसकी जरूरत नहीं है, वे आईपीएल में खेलकर और घरेलू क्रिकेट पर ध्यान देकर भी सही है, हमें उन्हें भारत में घरेलू क्रिकेट खिलाने की भी जरूरत है. जहीर और शास्त्री दोनों को लगता है कि न्यूजीलैंड का दौरा तेज गेंदबाज उमरान मलिक के लिये अच्छा मौका है.(भाषा)