मुंबई: शेयर बाजारों में पिछले सात कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद शुक्रवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 1,000 अंक से अधिक चढ़कर बंद हुआ. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है. कुल मिलाकर मई से अबतक आरबीआई रेपो दर में 1.90 प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है.
इसी के साथ लगातार सात सत्रों की गिरावट के बाद वापसी करते हुए तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,016.96 अंक या 1.80 प्रतिशत उछलकर 57,426.92 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,312.67 अंक तक चढ़ गया था.इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 276.25 अंक या 1.64 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,094.35 अंक पर बंद हुआ. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की प्रमुख अर्थशास्त्री माधवी अरोड़ा ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति द्वारा रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि उम्मीद के अनुरूप है.
सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहे.दूसरी तरफ डॉ रेड्डीज, एशियन पेंट्स, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि आरबीआई ने उम्मीद के अनुरूप ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की है. वैश्विक परिस्थिति, विश्व में आर्थिक मंदी और विभिन्न केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख से उत्पन्न चिंताओं के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती को देखते हुए यह वृद्धि की गई है.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग मजबूती के साथ बंद हुआ. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मजबूती का रुख रहा. अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 89.54 डॉलर प्रति बैरल पर पंहुच गया. शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों का बिकवाली का सिलसिला जारी है. उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,599.42 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.(भाषा)