भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) के परिसर में घुसे एक बाघ को पिंजरा लगाकर रविवार को पकड़ लिया गया. यह संस्थान करीब 650 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें से 100 एकड़ वन क्षेत्र है जो घने पेड़-पौधों से आच्छादित है.
भोपाल के वन मंडल अधिकारी आलोक पाठक ने पीटीआई-भाषा से कहा, "मैनिट परिसर में लगाए गए पिंजरे की मदद से आज एक बाघ को पकड़ लिया गया. लेकिन यह बाघ वह बाघ नहीं है, जो तीन अक्टूबर को इस परिसर में घुसा था. यह दूसरा बाघ है, जो संभवत: 8-9 अक्टूबर को संस्थान परिसर में घुसा होगा.’’ मैनिट चारों तरफ से रिहायशी आवास से घिरा है. पाठक ने कहा कि हमने तीन अक्टूबर को मैनिट में घुसे टी-123-4 नाम के बाघ को पकड़ने के लिए वहां तीन पिंजरे लगा रखे थे और पिंजरों के अंदर उनके लिए शिकार भी रखा था. इन पिंजरों में से एक में अन्य बाघ फंस गया.’’ उन्होंने कहा कि पिंजरे में पकड़े गए बाघ को नर्मदापुरम जिला स्थित सतपुड़ा बाघ अभयारण्य में छोड़ा जाएगा.
अधिकारी ने कहा कि हमें लगता है कि टी-123-4 नाम का बाघ जो तीन अक्टूबर को संस्थान में घुसा था, वह दो दिन पहले परिसर छोड़कर चला गया है.’’ पाठक ने बताया कि तीन अक्टूबर को मैनिट में घुसे बाघ की निगरानी करने के लिए मैनिट परिसर के अंदर 16 कैमरे लगाए गए हैं और वन विभाग के करीब 50 कर्मियों को तैनात किया गया है. सोर्स- भाषा