शिलांग: उत्तराखंड में द्रोपदी का डांडा- 2 चोटी पर पिछले हफ्ते हुए हिमस्खलन में जान गंवाने वाले तिक्लू जिरवा का शव मेघालय लाया गया है. वह ‘मेघालय स्पोर्ट क्लाइम्बिंग एंड माउन्टेनियरिंग एसोसिएशन’ (एमईएससीएमए) के सदस्य थे.
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जिरवा का शव रविवार रात उनके घर लाया गया. जिरवा उन 41 पर्वतारोहियों में शामिल थे जो उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित द्रोपदी का डांडा -2 चोटी से लौटते समय हिमस्खलन के बाद लापता हो गए थे. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिरवा के शव की पहचान उनके करीबी रिश्तेदार वालम्बोक लिंग्दोह ने की और इसे असम के अन्य पर्वतारोही के शव के साथ यहां लगाया गया था. लिंग्दोह एमईएससीएमए के महासचिव हैं और पेशेवर पर्वतारोही हैं.
मेरी संवेदनाएं उनके परिवार व प्रियजनों के साथ हैं:
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने जिरवा के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्विटर पर कहा कि शिलांग के पर्वतारोही जिरवा के निधन की खबर साझा करना बहुत दुखद है. संगमा ने कहा, “ हम उनके परिवार के संपर्क में हैं और उनकी पार्थिव देह को शिलांग लाने में मदद कर रहे हैं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार व प्रियजनों के साथ हैं. दिवंगत आत्मा को शांति मिले. सोर्स-भाषा