सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का मानना है कि टी20 क्रिकेट में हमेशा ताकत ही काम नहीं आती और सूर्यकुमार जैसे उपमहाद्वीप के खिलाड़ियों ने दिखाया है कि वे चारों तरफ शॉट खेलने की अपनी क्षमता से खतरा साबित हो सकते हैं.
खेल के सबसे छोटे प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसी टीम के पावर हिटर का दबदबा रहा है लेकिन हेडन ने अपनी बात के पक्ष में सूर्यकुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि यह सही संतुलन हासिल करने पर निर्भर करता है.
अपने खेल में नयापन लाकर वे खतरा बन गए:
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और पाकिस्तान टीम के मौजूदा मार्गदर्शक (मेंटर) हेडन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार को होने वाले टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल की पूर्व संध्या पर कहा कि टी20 क्रिकेट में पावर खेल पर अब भी काम चल रहा है. अगर आप अब तक टूर्नामेंट को देखें तो मुझे लगता है कि उपमहाद्वीप के खिलाड़ी, सूर्यकुमार जैसे खिलाड़ी जो बीच के ओवरों से अंतिम ओवरों तक खूबसूरत खेल दिखा रहे हैं, उनमें चारों तरफ शॉट खेलने की क्षमता है और अपने खेल में नयापन लाकर वे खतरा बन गए हैं.
सूर्यकुमार 2022 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 1000 से अधिक रन बना चुके हैं. उन्होंने रविवार को जिंबाब्वे के खिलाफ सिर्फ 25 गेंद में नाबाद 61 रन की पारी खेलकर एमसीजी में मौजूद लगभग 82 हजार दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया. उन्होंने इस दौरान कुछ गैरपारंपरिक शॉट भी खेले.
खेल के नयापन लाने के बाद संतुलन बनाया:
हेडन ने कहा कि इसलिए यह हमेशा ताकत से जुड़ा मामला नहीं है. काफी मैच करीबी रहे हैं. मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में काफी टीम इसलिए बनी हुई हैं क्योंकि उन्होंने विकेट बचाने और खेल के नयापन लाने के बाद संतुलन बनाया है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया इसका शानदार उदाहरण है लेकिन वे नई गेंद का सामना अच्छी तरह नहीं कर पाए हैं और इससे मध्यक्रम पर दबाव आ गया.गत चैंपियन ऑस्टेलिया की टीम सुपर 12 चरण से आगे बढ़ने में नाकाम रही. टीम के ग्रुप एक में सात अंक रहे लेकिन इंग्लैंड ने बेहतर नेट रन रेट के कारण उसे पछाड़ते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया. सोर्स-भाषा