कोयंबटूर: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को यहां कहा कि 21वीं शताब्दी की महिलाओं ने न केवल आर्थिक सशक्तिकरण करने में अपनी भूमिका निभाई है बल्कि उन्होंने भविष्य के संगठन बनाने में भी योगदान दिया है.
उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में महिलाओं ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है. राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं ने सामाजिक नैतिकता की बेड़ियों को तोड़कर खुद को एक सफल उद्यमी तथा पेशेवर के रूप में स्थापित किया है.
छात्रों के योगदान के आधार पर किया जाता है:
यहां स्थित ‘अविनाशी लिंगम महिला गृह विज्ञान एवं उच्चतर शिक्षा संस्थान’ (डीम्ड विश्वविद्यालय) में आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि किसी देश के विकास का मूल्यांकन उसकी शिक्षा प्रणाली, शिक्षा मॉडल और शिक्षकों तथा छात्रों के योगदान के आधार पर किया जाता है.उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा किया जाने वाला मूल्यांकन शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है. राज्यपाल ने कहा कि जिस तरह संविधान देश के मूल्यों और भावना का प्रतिनिधित्व करता है उसी तरह एनएएसी मूल्यांकन शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता सुधारने के लिए आवश्यक है. सोर्स-भाषा