जयपुरः प्रदेश में भ्रष्टाचारियों को रात में नींद नहीं आ रही है. रात भर जागकर इस इंतजाम में लगे हैं कि उन्होंने जो काले कारनामे कर बेहिसाब दौलत कमाई है उसे एसीबी से कैसे बचाएं. दरअसल ये खौफ एसीबी की लगातार कार्रवाई से हो रहा है एसीबी के डीजी गोविन्द गुप्ता और एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के निर्देश पर इस साल में एसीबी ने 350 से अधिक ट्रेप किये है. लगातार एसीबी बड़े-बड़े घूसखोरों को पकड़ती जा रही है.
भ्रष्टाचार समाज की जडें खोखली करता है और भ्रष्टाचारी आमजन के हक पर डाका डालते हैं. देश में आर्थिक असमानताओं के कुछ बड़े कारणों में भ्रष्टाचार प्रमुख है. हालांकि भ्रष्टाचार रोकने के लिए बहुत दावे किए जाते हैं लेकिन ये दावे जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण हवा हवाई ही नजर आते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से राजस्थान में तस्वीर जुदा है. यहां भ्रष्टाचारी खौफ में हैं और उनके दिन-रात इसी चिंता में गुजर रहे हैं कि कहीं ACB आ गई तो क्या होगा ? भ्रष्टाचारियों में ये खौफ राजस्थान वासियों को आजकल सुकून दे रहा है क्योंकि राज्य का भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो यानी एसीबी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है. राजस्थान में इन दिनों एसीबी लगातार बड़े-बड़े रिश्वतखोरों का भांडा फोड़ने में लगी है. और ये सब संभव हो पा रहा है
एसीबी अफसर फिर फॉर्म में लौट आये है. अफसर एक के बाद एक ट्रैप की कार्रवाई करके घूसखोर अफसर-कर्मचारियों को सलाखों के पीछे भेज रहे है. एसीबी के अफसरों ने एक के बाद एक ट्रेप की कार्रवाई करके दलालों व अफसर-कर्मचारियों को 1 हजार रुपए से लेकर लाखों रुपए तक की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस साल अब तक 400 से अधिक घूसखोरों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है. डीजी गोविन्द गुप्ता और एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने ट्रेप की कार्रवाईयों के लिए कई अफसरों की टीम बनाई है.
हालांकि अभी भी एसीबी में नफरी की कमी चल रही है. लेकिन नफरी की कमी के बावजूद भी एसीबी लगातार घूसखोरो को पकड़ रही है. लगातार एसीबी की कार्रवाइयों के चलते अब एसीबी में लागातर परिवादियों की संख्या भी बढ़ रही है.