नाना पाटेकर ने प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ते बोझ पर जताई चिंता

नाना पाटेकर ने प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ते बोझ पर जताई चिंता

जयपुर: फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने गुरुवार को प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ते बोझ पर चिंता जताते हुए कहा कि जनसंख्या पर नियंत्रण किया जाना चाहिए.

सिरोही के आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारी संगठन के मुख्यालय में एक समारोह में पाटेकर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रकृति ने सब कुछ दिया है लेकिन इसका तर्कसंगत इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.

सही मायने में जल ही जीवन है: 
बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम 140 करोड़ हो गए हैं लेकिन संसाधन सीमित हैं. हम हर चीज की बात करते हैं लेकिन आबादी की बात नहीं करते. यह सीमित होना चाहिए. भूमि और जल सीमित हैं. उन्होंने कहा कि सही मायने में जल ही जीवन है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है लेकिन हम इसे खो रहे हैं. हम इसे नहीं समझते हैं. सब कुछ होने के बावजूद हम उनका सही इस्तेमाल क्यों नहीं कर पा रहे हैं. पाटेकर भारत सरकार के ब्रह्माकुमारी और जल शक्ति मंत्रालय के संयुक्त अभियान जल जन अभियान के समारोह में बोल रहे थे.कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे. सोर्स-भाषा