एकनाथ शिंदे पर अजित पवार का हमला, कहा- एक-दूसरे को पछाड़ने के बजाय शासन पर ध्यान दे महाराष्ट्र सरकार

एकनाथ शिंदे पर अजित पवार का हमला, कहा- एक-दूसरे को पछाड़ने के बजाय शासन पर ध्यान दे महाराष्ट्र सरकार

औरंगाबाद: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने शनिवार को एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी से कहा कि वे एक-दूसरे को पछाड़ने के बजाय महाराष्ट्र में ठीक से शासन करने पर ध्यान केंद्रित करें. पवार की यह टिप्पणी मंगलवार को राज्य के कई अखबारों में प्रकाशित उस विज्ञापन के बाद दोनों गठबंधन दलों के बीच कटुता की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें दावा किया गया था कि शिंदे उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस की तुलना में अधिक लोकप्रिय हैं. 

राकांपा नेता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और अपराध के साथ-साथ सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ रही हैं, जबकि पुलिस बल कानून और व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ है. राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले द्वारा उन्हें महाराष्ट्र की राजनीति का अमिताभ बच्चन कहे जाने पर पवार ने कहा कि सुले ने शायद ऐसा इसलिए कहा, क्योंकि वह उनकी बहन हैं. 

एकनाथ शिंदे गुट और भाजपा के बीच कथित मनमुटाव के संबंध में पवार ने नांदेड़ में लगे एक पोस्टर का जिक्र किया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. उन्होंने कहा, भाजपा पदाधिकारी द्वारा लगाए गए पोस्टर में पचास खोखे (50 करोड़ रुपये) और 105 डोके (105 भाजपा विधायकों का जिक्र) का संदर्भ है. अगर भाजपा खुद शिंदे विधायकों पर 50 करोड़ रुपये का कलंक लगा रही है, तो यह महा विकास आघाड़ी और लोगों द्वारा लगाए गए (विधायकों की खरीद-फरोख्त) आरोपों का समर्थन करता है.

विज्ञापन विवाद के बाद शिंदे के उस बयान पर कटाक्ष करते हुए कि फडणवीस के साथ उनकी दोस्ती फेविकोल के मजबूत जोड़ की तरह है और वे फिल्म शोले के किरदार जय और वीरू जैसे हैं, पवार ने पूछा कि ऐसी स्थिति क्यों बनी कि शिंदे को इस तरह के स्पष्टीकरण देने पड़े.  राकांपा नेता ने कहा इसके बजाय उन्हें (सत्तारूढ़ गठबंधन) शासन तथा कृषि संकट, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए. यह 17 जून है और अभी भी बारिश का कोई संकेत नहीं है. कोंकण जैसे इलाके पानी के टैंकर के भरोसे हैं. उन्होंने दावा किया कि शिंदे सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है, जिसकी कीमत महाराष्ट्र को चुकानी पड़ेगी. सोर्स भाषा