जयपुरः भजनलाल कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. जिसको लेकर जानकारी देते हुए बैठक के बाद डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा और मंत्री जोगाराम पटेल ने प्रेस वार्ता की. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि कि महिला सशक्तिकरण को लेकर फैसला लिया गया है. पुलिस अधीनस्थ सेवा नियम संशोधन का अनुमोदन हुआ है. राज्य सरकार के कार्मिकों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है. राजस्थान सिविल सेवा पेंशन नियमों में संशोधन हुआ है. राज्य कर्मियों के हित में निर्णय हुआ है. कर्मियों की सेवानिवृत्ति बाद आश्रित में भाइयों का नाम भी जोड़ा गया है.
पुलिस अधीनस्थ भर्ती में 33 प्रतिशत महिलाओं को मिलेगा आरक्षणः
मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि अब पुलिस अधीनस्थ भर्ती में 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण मिलेगा. विशेष योग्यजन के लिए आश्रित में पेंशनर्स पीपीओ में प्रावधान नहीं था. पीपीओ में आश्रित माता-पिता का नाम दर्ज होगा. इस बारे में संशोधन का अनुमोदन किया गया है. बिजली उत्पादन में आत्मनर्भरता को लेकर निर्णय को अनुमोदन किया गया. 3150 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटन को मंजूरी दी गई है. जैसलमेर के रामगढ़ में 6877 से ज्यादा हैक्टेयर की भूमि आवंटित की गई है. फतेहगढ़ में 300 हैक्टेयर भूमि आवंटन को मंजूरी दी गई है.
मेडल जीतने वालों को सेवाओं में 2 प्रतिशत का आरक्षणः
दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी कैबिनेट ने बधाई दी. उत्कर्ष खिलाड़ियों को 2% आरक्षण के लिए फैसला किया गया. पैरा ओलंपिक में मेडल जीतने वालों को सेवाओं में 2 प्रतिशत आरक्षण का अनुमोदन किया गया है. राजस्थान लैंगवेज एंड लायबिलिटी में संशोधन किया गया है.
कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण फैसले हुए हैं. महिला सशक्तिकरण,वृद्धजन और दिव्यांगों के लिए फैसले हुए हैं. एक संकल्प और हमने पूरा किया है. पिछली बार 2 संकल्प पूरे किए गए. आपणो राजस्थान अग्रणी राजस्थान की पूर्ति के लिए फैसले लिए गए. आपणो अग्रणी राजस्थान के करीब 50% संकल्प पूरे हो रहे है. 33% महिला आरक्षण पुलिस भर्ती में है.
नए जिलों को लेकर जल्दी नहीं- जोगाराम
मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि नए जिलों को लेकर सरकार को जल्दी नहीं है. पूर्व सरकार ने बिना नियम के जिलों का गठन किया. हम पारदर्शिता से नियम में रहकर अध्ययन करेंगे. एक्सपर्ट कमेटी ने रिपोर्ट दे दी है. अभी राय मशविरा करना है.
जोगाराम पटेल ने डोटासरा पर किया पटलवारः
डोटासरा के बयान पर मंत्री जोगाराम पटेल ने पलटवार करते हुए कहा कि जैसा मेरे मन में होता है वैसा ही मेरे मन से बाहर आता है. बंधी बंदे होना उनके मन में पहले से है, इसलिए बाहर आया है. मेरे मित्र है डोटासरा लेकिन मैं इतना ही कहूंगा. उनको कहीं ना कहीं मन में एक स्वयं के साथियों से झेंप है. इसलिए बड़बोलेपन की आदत हो गई है. इसलिए जहां चाहते हैं वहां पर अनावश्यक बोलते हैं. मेरा उनसे निवेदन है कि इस बात पर गंभीरता से विचार करें. वह राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश के अध्यक्ष हैं. उनका स्टेटमेंट जिम्मेदारी भरा स्टेटमेंट होता है. बिना जिम्मेदारी का स्टेटमेंट को देते हैं, अमर्यादित स्टेटमेंट देते हैं. तो उसके कथनों का हम खंडन करते हैं और भर्त्सना करते हैं.