राजस्थानः विधानसभा चुनाव के बीच अमीन पठान ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने पठान को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई. अमीन पठान के बाद कई अन्य लोगों को भी पार्टी ज्वाइन करवाई गयी. इस दौरान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे.
इस दौरान गहलोत ने गुरमीत सिंह पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कुन्नर के निधन से हर कोई स्तब्ध है. ईश्वर कुन्नर के परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति दे. गहलोत ने आगे कहा कि खेल क्षेत्र में पठान का अहम योगदान है. कांग्रेस के अंदर पठान का हार्दिक स्वागत है दिल्ली में बैठे लोगों का विकास एजेंडा नहीं है. हमने राजस्थान में कई नवाचार किये है. प्रधानमंत्री देश में 25 लाख कब देंगे, ओपीएस कब लागू होगा. 500 रूपये में गैस सिलेंडर कब देंगे. शहरी रोजगार योजना कब लागू करेंगे. राजस्थान में सबको स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल रहा है.
खिलाड़ी धरना दे रहे- पठान
वहीं अमीन पठान ने कहा कि मैं 25 साल से बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहा हूं. खिलाड़ी धरना दे रहे है. लेकिन उनकी कोई भी नहीं सुन रहा है. पिछले 5 साल से गहलोत सरकार ने बेहतरीन कार्य किया है. खिलाड़ियों को इस सरकार ने नौकरियां दी है. इतना ही नहीं युवाओं के साथ महिलाओं का भी ख्याल रखा. यही कारण है कि मैं कांग्रेस में शमिल होने जा रहा हूं.
दरअसल बीजेपी से टिकट की मांग के बाद उन्होंने ये फैसला लिया है. पठान कांमा से टिकट की दावेदारी कर रहे थे. लेकिन बीजेपी ने इस बार एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा है. जिसके चलते पठान पार्टी से टिकट लेने में वंचित रह गये. वहीं कांग्रेस ने पठान को लाडपुरा से टिकट का आफर दिया था. ऐसे में अब नेता ने सुझबुझ से काम लेते हुए भविष्य की राजनीति को देखते हुए बीजेपी छोड़ने का फैसला किया. भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके है पठान. इसके साथ ही अजमेर दरगाह और हज कमेटी के प्रमुख रह चुके है अमीन पठान.