मोन (नागालैंड): गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन की नागालैंड में सत्ता बरकरार रहेगी और राज्य की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा.उन्होंने लोगों को नगा शांति वार्ता को तेजी से सफल अंजाम तक पहुंचाने और ईस्टर्न नागालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के मुद्दों को भी संबोधित करने का आश्वासन दिया, जो एक अलग राज्य की मांग कर रहा है.
शाह ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन की नगालैंड में चुनाव के बाद सरकार बनेगी. हम राज्य की सभी समस्याओं का समाधान करेंगे. आयोजकों ने दावा किया कि नगालैंड के पूर्वी छोर पर स्थित इस जिले में शाह का दौरा, किसी केंद्रीय गृह मंत्री का पहला दौरा है. इस जिले की सीमा म्यांमा से भी लगती है. नगा शांति वार्ता के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए शाह ने कहा कि हमारा उद्देश्य शांति वार्ता को सफल बनाना और नगा राजनीतिक समस्या का शीघ्र समाधान करना है. ईएनपीओ द्वारा उठाए गए मुद्दों को वैध बताते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमने उनकी समस्याओं पर चर्चा की और उन्हें समझा तथा उन्हें आश्वासन दिया कि (मुख्यमंत्री नेफ्यू) रियो जी के नेतृत्व में बनने वाली नयी सरकार इनका समाधान करेगी.
शाह ने कहा कि जो कुछ भी आवश्यक है, जैसे अतिरिक्त बजटीय आवंटन, काउंसिल को अधिक शक्ति, समान विकास...एनडीपीपी-भाजपा सरकार उस पर काम करेगी. शाह ने रैली में कहा कि हमारा उद्देश्य शांति वार्ता को सफल बनाना और नगा राजनीतिक समस्या का जल्द समाधान करना है.उन्होंने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किया और कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, कांग्रेस दूरबीन से देखने पर भी दिखाई नहीं देगी. शाह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के नेता बनने के बाद से कांग्रेस नेताओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कीचड़ उछालने की प्रवृत्ति बढ़ गई है.(भाषा)