जयपुर: नया साल 2026 आपके जीवन में अपार खुशियां लेकर आएं. नव वर्ष में आपके मन में अनेक प्रश्न उठ रहे होंगे यथा यह साल मेरे लिए कैसा रहेगा ? मेरी पदोन्नति होगी या नहीं ? क्या इस साल शादी होगी ? क्या मेरा प्यार मुझे मिलेगा ? क्या संतान सुख मिलेगा ? व्यापार में वृद्धि होगी या नही ? नौकरी लगेगी की नही इत्यादि. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि आइए ग्रहों की स्थिति के आधार पर आपके प्रश्नों के उत्तर जानने का प्रयास करते है. साल 2026 की शुरुआत नई उम्मीदों और पॉजिटिव वाइब्स के साथ होगी. हर कोई चाहता है कि ये साल तरक्की, खुशियां, हेल्थ और रिश्तों की मिठास लेकर आए.
प्रोफेशनल लाइफ में जहां ग्रोथ और स्टेबिलिटी की उम्मीद है, वहीं पर्सनल लाइफ में प्यार, समझदारी और यादगार लम्हों की भरमार होगी. साल 2026 पिछले वर्ष 2025 से बहुत ही ज्यादा राहतभरा और प्रगति कारक साबित होने वाला है. नववर्ष 2026 आर्थिक तौर पर अच्छा रहने वाला है. साथ ही पिछले साल जो कार्य रुक गए थे उन सभी के कार्यों को गति मिलने वाली है. ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति के हिसाब से साल 2026 काफी अच्छा जाने वाला है. 2026 में आर्थिक और प्रशासनिक तौर पर बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं. कुछ छोटे-मोटे चैलेंजेस ज़रूर आएंगे, लेकिन ओवरऑल देश की इकोनॉमी मजबूत बनी रहेगी. ज्योतिषीय लिहाज़ से यह साल बेहद खास है. गुरु के दो महत्वपूर्ण गोचर जून में मिथुन से कर्क और अक्टूबर में कर्क से सिंह में आपकी किस्मत की दिशा बदल सकते हैं. वहीं शनि पूरे साल मीन राशि में और राहु कुंभ में स्थिर रहेंगे. इस साल 3 गुरु पुष्य योग और 6 रवि पुष्य योग बनेंगे, जो खरीदारी और निवेश के लिहाज़ से शुभ रहेंगे. अप्रैल और अगस्त के महीने खास होंगे, जब कई ग्रह मिलकर मजबूत फलदायक योग बनाएंगे.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल गुरु, राहु-केतु राशि परिवर्तन करेंगे. ऐसे में हर राशि के जातकों के जीवन में शुभ या फिर अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा. इसके अलावा सूर्य, बुध, शुक्र, मंगल, चंद्रमा अपनी अवधि के अनुसार राशि परिवर्तन करते रहेंगे. वर्ष 2026 की शुरुआत में सूर्य धनु राशि में, बृहस्पति मिथुन राशि में, शनि मीन राशि में, राहु कुंभ तथा केतु सिंह राशि में होंगे. इसके अतिरिक्त मंगल भी धनु राशि में तथा शुक्र और बुध भी धनु राशि में होंगे. इसी वर्ष बृहस्पति 2 जून को मिथुन राशि से निकलकर अपनी उच्च राशि कर्क में गोचर करेंगे और 31 अक्टूबर को कर्क से निकलकर सिंह राशि में चले जाएंगे. राहु 5 दिसंबर को मकर राशि में और केतु कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. ग्रहों की स्थिति के हिसाब से साल 2026 में कुछ राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 की शुरुआत से ग्रह भारत की वृद्धि के लिए अच्छे होंगे. विज्ञान और तकनीक के लिए भी भारत के लिए यादगार रहने वाला है. ऐसा योग बन रहा है कि इस साल भारत किसी बड़ी खोज या नई तकनीक से दुनिया का ध्यान खींच सकता है. यह खोज खासकर रिन्यूएबल एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों से जुड़ी हो सकती है. इससे भारत की पहचान एक इनोवेशन हब के तौर पर भी मजबूत होगी. इसके साथ ही, आईटी सेक्टर में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा. एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारतीय कंपनियां और रिसर्चर्स बड़ा रोल निभाएंगे. भारत का नाम ग्लोबल एआई इनोवेशन की लिस्ट में और ऊपर जाएगा. इससे हमारे देश की टेक इंडस्ट्री भी नई ऊंचाइयों को छुएगी. भारत के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में भी 2026 में अच्छी तरक्की होने के संकेत हैं. हेल्थकेयर सुविधाएं और ज्यादा मजबूत होंगी और लोगों के लिए इन तक पहुंच भी आसान बनेगी. इससे आम लोगों की हेल्थ और लाइफस्टाइल दोनों में सुधार होगा.
कुल मिलाकर साल 2026 सभी राशियों के लिए कुछ नया लेकर आने वाला है. साथ ही कुछ के लिए नए अनुभव लेकर आएगा और यह अनुभव आपको बदलाव के साथ सफलता की ओर लेकर जाएंगे. हालांकि इस साल उतार-चढ़ाव भी बना रहेगा लेकिन आपको सीखने को खूब मिलेगा. इसलिए जीवन में उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं बल्कि उससे कुछ नया सीखें. ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इसी प्रकार अन्य ग्रह भी सम्पूर्ण वर्ष सभी राशियों में भ्रमण करते रहेगें और उसका प्रभाव आपके ऊपर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ेगा. मेरी कोशिश यही होगी कि आपके जीवन में आने वाले सभी पहलुओ पर यथा संभव प्रकाश डालुं ताकि आपको भविष्य की योजना बनाने में मदद मिल सके.
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि हर दिन एक जैसा नहीं होता. कभी कोई दिन आपके लिए किसी शुभ समाचार की सौगात लेकर आता है, तो कभी हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी हो जाती हैं. कोई दिन ऐसा होता है, जब मन भीतर से बहुत खुश होता है तो कभी ऐसा भी होता है, जब पूरे दिन उदासी घेरे रहती है. ऐसा हमारी राशि और ग्रहों की स्थिति के कारण होता है.
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि वैदिक ज्योतिष पर आधारित भविष्यफल पढ़ने के बाद आप साल 2026 में होने वाली सभी प्रकार के घटना-दुर्घटना से पूर्व में ही परिचित हो जाएंगे और आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप नए वर्ष की पूरी योजना बनाने में सफल रहेंगे. यह भविष्यवाणी चन्द्र राशि, लग्न तथा वैदिक ज्योतिष के आधार पर किया गया है. इस वार्षिक राशिफल को छह अलग-अलग विषयों में बाँटकर प्रस्तुत किया जा रहा है. इसमें कैरियर, आर्थिक स्थिति, परिवार, प्रेम - रोमांस, शिक्षा और स्वास्थ्य शामिल है.
कर्क राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के जातकों के लिए साल 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है. अगर आप सावधानी बरतते हुए आगे बढ़ेंगे, तो आप अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे. वहीं, इस राशि के नौकरी और व्यापार करने वाले जातकों को कार्यों में ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ सकती है. हालांकि, सोच-समझकर काम करने की स्थिति में आपको सफलता की प्राप्ति होगी. इस साल आपकी आय अच्छी रहेगी, लेकिन फिर भी आप बचत करने में परेशानी का अनुभव कर सकते हैं. विद्यार्थियों के लिए वर्ष 2026 मिला-जुला रह सकता है. यदि तनाव मुक्त रहकर पढ़ाई करेंगे, तो परिणाम संतोषप्रद प्राप्त हो सकेंगे. कर्क राशि के लोगों के लिए साल की शुरुआत में शनि नवम भाव में और बृहस्पति 12वें भाव में बैठकर अपना प्रभाव डालेंगे. साल के मध्य में बृहस्पति कर्क राशि में जाकर आपकी समस्याओं का अंत करेंगे, तब तक आपको अपनी सेहत, आमदनी आदि पर ध्यान देना होगा. इस साल आप खुद को साबित कर सकते हैं.
आध्यात्मिक स्तर पर उन्नति प्राप्त होने और विदेश संबंधी मामलों में लाभ की स्थिति बनेगी. ग्रहों का गोचर धार्मिकता और पारिवारिक रूप से आगे बढ़ाने के अवसर प्रदान करेगा. अष्टम भाव में राहु का बने रहना ससुराल पक्ष से मतभेद को जन्म दे सकता है, लेकिन अचानक से ससुराल से लाभ भी प्रदान करवा सकता है. साल के पहले भाग में बृहस्पति मिथुन राशि में आपके द्वादश भाव में रहेगा, जो आपके मानसिक स्थिति और गोपनीय मामलों पर असर डाल सकता है. लेकिन जब गुरु कर्क राशि में होंगे तब आपको मिलेगा जोश और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का मौका. परिवार के सतह साथ आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी और आप अपने भाग्य से अपने जीवन को सुखद देख पाएंगे. परिवार के साथ रिश्तों में भी मधुरता बनी रहेगी. अष्टम भाव में राहु के कारण ससुराल पक्ष से कुछ मतभेद हो सकते हैं या फिर दांपत्य जीवन में साथी के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता हो सकती है इस समय ध्यान रखें कि आपके शब्द और व्यवहार से परिवार के दूसरे सदस्यों के बीच गलतफहमियां न पैदा हो. बृहस्पति का प्रभाव संतान के मामलों में मिला-जुला रहेगा. वर्ष का पहला भाग संतान के लिए मुश्किल हो सकता है. बारहवें भाव में बृहस्पति पर राहु की दृष्टि उच्च शिक्षा के लिए विदेश योग बना सकती है. इसके अलावा रिसर्च के मामले में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. बच्चों की एजुकेशन को लेकर और उनकी सेहत को लेकर चिंता हो सकती है. साल के मध्य भाग से गुरु का राशि बदलाव स्थिति में सुधार लाने वाला होगा. संतान सुख की प्राप्ति का समय भी होगा. शिक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होंगे. उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और पढ़ाई में मन लगेगा.
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के लोगों के लिए साल 2026 नौकरी और कैरियर के लिए मिला-जुला असर दिखाएगा. आपको नौकरी के सिलसिले में नए अवसरों की प्राप्ति होगी और लंबी यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं. विदेश जाकर काम करने वालों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे. साल की शुरुआत के महीनो में काम को लेकर भाग दौड़ और चुनौतियां रहेगी, लेकिन आपका नाम होगा और आपके कामो को सराहना मिलेगी. वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति का द्वादश भाव से गुजरा हुआ गोचर उन लोगों के लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा, जो जन्म स्थान से दूर रहकर काम कर रहे हैं या काम करना चाहते हैं, उन्हें संबंध में अच्छे और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे.राहु का आठवें भाव में स्थित होना, आपके कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं के प्रभाव को दर्शाता है. इस दौरान आपके खिलाफ कुछ अज्ञात या छिपे हुए विरोधी सक्रिय हो सकते हैं, जो आपके काम में रुकावट डालने की कोशिश कर सकते हैं. इस समय अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण होगा.
अपने कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें, क्योंकि छोटे से छोटी गलती भी परेशानी में डाल सकती है. इस समय नए कारोबार या काम की शुरुआत करना अनुकूल नहीं रहेगा. कोई व्यवसाय चला रहे हैं, तो आपको उसे व्यवस्थित तरीके से चलाने की जरूरत है. इस समय बड़ी रकम लगाने से बचें. व्यावसायिक दृष्टि से इस समय आपको धैर्य रखने की आवश्यकता है. यह समय जोखिम लेने का नहीं है, बल्कि धैर्य और सोच-समझकर काम करने का है. वर्ष के पहले भाग में, बृहस्पति और शनि की छठे भाव पर संयुक्त रूप से दृष्टि के कारण प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वाले जातकों के लिए यह समय बहुत अनुकूल है. यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस समय आप अपनी मेहनत का फल पा सकते हैं और मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते हैं. सरकारी नौकरी के लिए कोशिशें अच्छी होंगी. कॉम्पिटिटिव एग्जाम के लिए समय बेहतर रहेगा, लेकिन सफलता तब ही मिलेगी जब आप पूरी तरह से लगन और मेहनत से जुटे रहेंगे. बेरोजगार लोगों के लिए भी वर्ष की शुरुआत में रोजगार प्राप्ति का अच्छा अवसर है. अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो इस समय नौकरी मिल सकती है, गुरु के लग्न में गोचर से करियर और व्यवसाय में बेहतरी की दिशा में बदलाव होगा. सप्तम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि आपके व्यवसाय में अच्छे लाभ की संभावना को प्रकट करती है. यह समय आपके व्यवसाय के लिए प्रगति और उन्नति का होगा. जो भी काम आप शुरू करेंगे, वह सफल होगा, और आप व्यापार या नौकरी में अपने लक्ष्य की ओर अधिक आसानी से बढ़ेंगे.
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के जातकों के आर्थिक जीवन के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रह सकता है. साल की शुरुआत में धन के कारक ग्रह बृहस्पति आपके लाभ भाव में रहेंगे जो सामान्य तौर पर एक अच्छी स्थिति मानी जाती है. इस वर्ष के शुरू से लेकर 02 जून 2026 तक बृहस्पति आर्थिक जीवन में आपकी सहायता करेंगे क्योंकि अष्टम भाव के स्वामी लाभ भाव में रहेंगे. इसके परिणामस्वरूप, आपको अप्रत्याशित रूप से भी धन प्राप्त हो सकता है. अगर आपका धन कहीं रुका या फंसा हुआ है, तो अब वह आपको मिल सकता है. बीते दिनों में की गई मेहनत का फल उस समय नहीं मिल पाया था, तो इस समय आपको उसका फल मिल सकता है. 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 तक बृहस्पति का गोचर आपके द्वादश भाव में रहेगा जिसे अच्छा नहीं माना जाता है. हालांकि, गुरु ग्रह उच्च अवस्था में अष्टम भाव के स्वामी के रूप में द्वादश भाव में जाएंगे और इस प्रकार, विपरीत राजयोग की स्थिति निर्मित होगी. इसका फायदा कुछ लोगों को मिल सकता है, विशेषकर उन्हें जो विदेश में रहकर कोई काम कर रहे हैं या अपने जन्मस्थान से दूर रहते हैं. कर्क राशिफल 2026 के अनुसार, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति आपके लिए औसत रहेगी.
ऐसे में, यह आपको वर्ष 2026 में अनुकूल परिणाम दे सकते हैं. वहीं, आपके लाभ भाव और धन भाव के स्वामी बुध ग्रह इस वर्ष अपना एक चक्र पूरा करेंगे. सरल शब्दों में कहें तो, बुध देव साल की शुरुआत में धनु राशि से चलकर साल के अंत में धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे. ऐसे में, वर्ष के ज्यादातर समय बुध महाराज आपको अच्छे परिणाम देने का काम करेंगे. कुल मिलाकर, आर्थिक जीवन के लिए वर्ष 2026 कर्क राशि वालों के लिए काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा, विशेषकर आय के मामले में. इस साल आप अधिक बचत करने में असमर्थ रह सकते हैं क्योंकि शनि की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर होगी. ऐसे में, आपकी आय इस साल अच्छी रहेगी जबकि बचत कमज़ोर रह सकती है.
गुरु का गोचर कर्क राशि में होने के बाद आपके जीवन में आर्थिक सुधार आएंगे. धन प्राप्ति के रास्ते स्वत ही खुलते चले जाएंगे. रुके हुए धन की प्राप्ति होगी, जो धन कहीं अटका हुआ था, वह भी वापस मिल जाएगा. आर्थिक योजनाएं सफल होगी. मित्रों और जीवनसाथी के माध्यम से भी आर्थिक लाभ प्राप्त होगा. आपके आसपास के लोग आपकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में आपकी बहुत मदद करेंगे. वर्ष के अंतिम महीना में बिजनेस को बढ़ाने के लिए कुछ धन खर्च कर सकते हैं, जिससे आने वाले समय में आपका वित्तीय जीवन मजबूत होगा. ससुराल से भी मदद मिलेगी. आप अपनी भौतिक सुख सुविधाओं के लिए खर्च करेंगे. कुछ निजी और कुछ पारिवारिक खर्च आपके सामने आ सकते हैं. इस प्रकार कर्क राशि के जातकों के लिए साल का पहला पूर्ण भाव कुछ कमजोर रहेगा और खर्च अधिक होंगे, लेकिन दूसरे भाग में आमदनी में बढ़ोतरी और जीवन में समृद्धि के मार्ग खुलेंगे.
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है. हालांकि, दूसरे भाव के स्वामी बुध ग्रह इस पूरे वर्ष सभी राशियों में गोचर करेंगे और यह अधिकांश राशियों को अच्छे परिणाम देने का काम करेंगे. लेकिन, दूसरे भाव पर शनि की दृष्टि इस बात का संकेत कर रही है कि पारिवारिक संबंधों को मधुर बनाए रखने में आपको काफ़ी मेहनत करनी पड़ सकती है. वहीं, दूसरे भाव के कारक ग्रह बृहस्पति वर्ष के 12 महीनों में से 7 महीने अनुकूल स्थिति में होंगे, विशेषकर साल की शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक. इस दौरान घर-परिवार में मांगलिक कार्य हो सकते हैं. परिजन थोड़े से असंतुष्ट रह सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे का पूरा ख्याल रखेंगे.
आशंका है कि इसके बाद परिस्थितियां उतार-चढ़ाव भरी रह सकती हैं. कर्क राशि के विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 अच्छा रहेगा. शुभ कार्यों और विवाह के कारक ग्रह बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक आपके लाभ भाव में रहेंगे. यहां से बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव और सप्तम भाव पर होगी. पंचम भाव पर गुरु ग्रह का प्रभाव प्रेम, सगाई और मित्रता के लिए शुभ माना गया है. ऐसे में, विवाह से संबंधित बातें आगे बढ़ सकती हैं और आपकी सगाई हो सकती है. वहीं, सप्तम भाव पर दृष्टि होने से विवाह के योग मजबूत होंगे अर्थात साल की शुरुआत से 02 जून 2026 तक का समय सगाई और विवाह दोनों कार्यों के लिए अनुकूल रहेगा.
दूसरी तरफ, 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 का समय शादी-विवाह के लिए कमज़ोर रह सकता है. इस दौरान विवाह और सगाई की बात आगे न बढ़ पाने की आशंका है, परंतु 31 अक्टूबर के बाद फिर से गुरु ग्रह सगाई-विवाह जैसे मामलों में शुभ फल देने लगेंगे. ऐसी ही स्थिति वैवाहिक जीवन में भी रहेगी. लेकिन दांपत्य जीवन में आपको बेहद सावधानी बरतनी होगी क्योंकि साल 2026 की शुरुआत से लेकर 05 दिसंबर 2026 तक आपके सप्तम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव रहेगा. ऐसे में, यह वैवाहिक जीवन में परेशानियां देने का काम कर सकते हैं. हालांकि, इन समस्याओं को नियंत्रित करने में बृहस्पति देव आपकी सहायता करेंगे.
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि प्रेम जीवन वर्ष 2026 में काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा. आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक लाभ भाव में रहेंगे और यहाँ से इनकी दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही होगी. यह दोनों ही स्थितियां काफ़ी अच्छी कही जाएंगी. इसके फलस्वरूप, आपका प्रेम जीवन बहुत अच्छा रहेगा. युवा जातकों को किसी से प्रेम हो सकता है. जो पहले से रिश्ते में हैं, उनके प्रेम में वृद्धि देखने को मिल सकती है. वहीं, जिनके प्रेम जीवन में कोई परेशानी चल रही थी, अब वह भी दूर हो जाएगी. लेकिन, 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 के दौरान बृहस्पति ग्रह द्वादश भाव में रहेंगे जो कि एक कमज़ोर बिंदु कहा जाएगा.
हालांकि, गुरु ग्रह उच्च अवस्था में होंगे इसलिए कोई बड़ी परेशानी नहीं आने देंगे. साल के दूसरे भाग में बृहस्पति महाराज की कृपा से फिर से रिश्तों में सकारात्मक समझ विकसित होगी और आपसी रिश्ते मजबूती के साथ आगे बढ़ेंगे. आपका प्रेम विवाह हो सकता है. विवाहित दंपति के लिए साल की शुरुआत कुछ वाद विवाद दिखा सकती है और आपको अपने लाइफ पार्टनर को समझाने बुझाने पर बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी. मंगल राहु की स्थिति फरवरी की समय अवधि में फिर से रिश्ते में तनाव बढ़ा सकती है, इसके तुरंत बाद मार्च से जीवनसाथी के साथ रिश्ते की समझ गहरी होगी. मतभेद को भुलाकर आप एक दूसरे की भावनाओं को भरपूर सम्मान प्रदान करेंगे, उसके बाद बृहस्पति महाराज की कृपा आपके रिश्ते में खुशियां लेकर आएगी. सभी समस्याएं दूर होंगी और फिर रिश्ते में सुखद अनुभव होंगे. रोमांटिक समय भी मिलेगा. यह बृहस्पति का गोचर आपके रिश्ते के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाने का सबसे अच्छा समय होगा. लाइफ पार्टनर के साथ लंबी यात्राएं होंगी, जो आपको एक दूसरे के निकट लेकर आएंगी.
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए यह साल थोड़ा धीमा लेकिन स्थिर रहने वाला है. आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि चीजें आपकी योजना के अनुसार नहीं चल रही हैं, लेकिन इस बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है. बस पूरे फोकस और मेहनत के साथ अपना काम करते रहिए. अगर आप उच्च शिक्षा की योजना बना रहे हैं, तो शुरुआत में कुछ अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन समय के साथ जैसे ही जून में गुरु ग्रह का गोचर होगा, आप हर चुनौती को पार कर पाएंगे. जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस साल और भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. साथ ही, परीक्षा देते समय बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि इस साल लापरवाही या ज्यादा आत्मविश्वास के कारण गलतियाँ होने के संकेत हैं.साल की शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक उच्च शिक्षा के कारक ग्रह बृहस्पति आपके द्वादश भाव में रहेंगे. वैसे तो, गुरु ग्रह की इस स्थिति को अच्छा नहीं माना जाता है, विशेषकर शिक्षा के लिए. लेकिन, जन्म स्थान से दूर रहकर या फिर विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को गुरु ग्रह सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं. कर्क राशिफल 2026 के अनुसार, 02 जून 2026 से लेकर 31 अक्टूबर 2026 के बीच बृहस्पति का गोचर शिक्षा के लिए शुभ रहेगा. छठे भाव के स्वामी का उच्च का होना प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे परिणाम प्रदान करेगा. ऐसे विद्यार्थी जो प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ पढ़ाई करेंगे, उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. गुरु ग्रह उच्च होकर शिक्षा के मामले में आपकी मदद करेंगे. आपके गुरु, आपके टीचर और आपके वरिष्ठ पढ़ाई में आपकी सहायता करेंगे. वहीं, 31 अक्टूबर 2026 के बाद बृहस्पति का गोचर दूसरे भाव में होगा और यह बहुत अच्छी स्थिति मानी जाएगी. ऐसे में, आपको शिक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे. लेकिन, केतु का गोचर 05 दिसंबर 2026 को आपके दूसरे भाव में होगा जो आपके आसपास के माहौल को ख़राब करने का काम करेगा. विशेषकर ऐसे लोग जो परिवार के साथ रहकर पढ़ाई करते हैं, उन्हें इस दौरान कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. बेहतर होगा कि किसी एकांत जगह पर पढ़ाई करें.
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 सेहत के मामले में मुश्किलों से निपटाने में सक्षम बनाएगा. आप मानसिक रूप से खुद को मजबूत महसूस करेंगे. जीवन ऊर्जा बढ़ेगी और फिटनेस के लिए खुद को तैयार करेंगे. वर्ष की शुरुआत सेहत के लिए ठीक-ठाक रहेगी और खराब सेहत से उभरने में आप सफल होंगे, लेकिन 12वे घर से बृहस्पति का प्रभाव सेहत में कमजोरी का कारण बन सकता है. मानसिक चिंता, परेशानियां, स्वास्थ्य संबंधी कष्ट आपको परेशान कर सकते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं.फरवरी से मार्च के मध्य के समय वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने की जरूरत होगी. इस समय चोट लगने या रक्त प्रवाह की समस्या उभर सकती है. वहीं जब मंगल शनि का युति योग बनेगा तब वात और पित्त के रोग अधिक असर डालने वाले होंगे. मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी पुरानी बीमारियों से ग्रस्त जातकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है.
आपको अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दी गई बातों को समझें और दवा एवं परहेज का सही से पालन करना चाहिए. उचित खान-पान, रोज के व्यायाम और समय पर दवाओं का सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा. जून के बाद से स्वास्थ्य में सुधार होने के संकेत हैं. इस वर्ष आपको अपने शरीर और मानसिक स्थिति पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी, ताकि आप किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच सकें. गुरु का जल तत्व और वायु तत्व की राशि में गोचर श्वसन तंत्र, पेट और संक्रमण के रोगों से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है. इस दौरान आपको जुकाम, खांसी, सर्दी, पेट में संक्रमण या पाचन समस्याओं का सामना हो सकता है.
यदि आप श्वसन संबंधी समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो धूल, प्रदूषण और सर्दी से बचने के लिए ख़ास एहतियात बरतें.साल के दूसरे भाग में गुरु के लग्न में गोचर करने पर यह समय आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत शुभ रहेगा. बृहस्पति का गोचर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सकारात्मक सुधार लेकर आएगा. इस समय आप मानसिक रूप से अधिक संतुलित और शारीरिक रूप से अधिक स्वस्थ रहेंगे. लग्न भाव पर बृहस्पति की दृष्टि से आपके भीतर अधिक ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा, जिससे आप न केवल शारीरिक रूप से बेहतर महसूस करेंगे, बल्कि मानसिक रूप से भी आप संतुलित और शांत रहेंगे. बृहस्पति के इस प्रभाव से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी, और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण या बीमारियों से बचने में सक्षम होंगे. इस समय आपको ताजगी और ऊर्जा का अनुभव होगा, और आप अपनी सेहत के प्रति अधिक जागरूक होंगे.
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि भगवान शिव की पूजा करें और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें. रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें. इस जल में थोड़ा सा गुड़ मिला लें. भगवान शिव को अक्षत अर्पित करें और शिवलिंग का अभिषेक करें. गरीब बच्चों एवं दिव्यांग व्यक्तियों को मिठाई तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं दान दें.