क्या आगरा रोड इलाके में लागू नहीं कोई नियम-कायदे, बसावट के लिहाज से है अराजकता का माहौल, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः क्या आगरा रोड इलाके में कोई नियम-कायदे लागू नहीं हैं, क्या यह इलाका जेडीए रीजन से बाहर है? इस इलाके में बसावट के लिहाज से जिस तरह से अराजकता का माहौल है वह तो यही संकेत दे रहा है. भले ही यह इलाका मास्टर प्लान के संवेदनशील इकोलॉजिकल जोन में आता है, लेकिन यहां जिस तरह खुलेआम नगर नियोजन के तमाम कानूनों को दरकिनार करते हुए अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं, वह तो यही संकेत दे रही हैं कि आगरा रोड इलाके में अराजकता का जबरदस्त आलम है. 

आगरा रोड के दोनों तरफ भू कारोबारियों ने जमकर धमाचौकड़ी मचा रखी है. चांदी कूटने के फेर में बेतरतीब तरीके से अवैध कॉलोनियों की बाढ़ आई हुई है. जबकि शहर के मास्टर प्लान 2011 में यह इलाका इकॉलोजिकल जोन में आता है. नियमों के तहत यहां आवासीय व व्यावसायिक कॉलोनी नहीं काटी जा सकती. इसके बावजूद भूखंड व सुविधा क्षेत्र के निर्धारित अनुपात को धत्ता बताते हुए कम चौड़ी सड़कों पर बिना पार्क व अन्य सुविधा छोड़े कॉलोनियां काटी जा रही है. बिना जेडीए से भू रूपांतरण कराए सोसायटियों के बैक डेट में पट्टों के आधार पर भूखंडों के बेचान का सिलसिला जारी है. कहां, कौन, कौन सी कॉलोनी कौन काट रहा है, यह सब जेडीए की प्रवर्तन शाखा के जिम्मेदार अधिकारियों की नजर में है. लेकिन जब अवैध कॉलोनी की शिकायत पहुंचती है तो मिलीभगत के चलते कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. इसी के चलते भू कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं. इस समय आगरा रोड पर दो कॉलोनियों की सर्वाधिक चर्चा है. एक अयोध्या नगर की दूसरी कॉलोनी है श्रीराम नगर. ये दोनों अवैध कॉलोनियां मेन आगरा रोड पर ही काटी जा रही है. इन दोनों कॉलोनियों की चर्चा के पीछे बड़ी वजह यह है कि इन कॉलोनियों को काटने वाले भू कारोबारी आवासीय भूखंडों के साथ ही मुख्य सड़क पर दुकानों के भूखंड काटकर उनके भी मुंह मांगे दाम वसूल रहे हैं. चर्चा की एक वजह इन कॉलोनियों के भू कारोबारियों के ऊंचे रसूखात भी हैं. 

-मेन आगरा रोड पर राठौड़ पेट्रोल पंप के सामने करीब चार हेक्टेयर भूमि पर श्रीराम नगर के नाम से अवैध कॉलोनी काटी जा रही है
-खुदाबादी गृह निर्माण सहकारी समिति के बैक डेट के पट्टों पर श्रीराम नगर कॉलोनी के भूखंड काटे जा रहे हैं
-आगरा रोड की तरफ 30-35 दुकानें प्रस्तावित की गई हैं, जो कि एक से सवा करोड़ रुपए में बेचने की तैयारी है
-इसके अलावा सौ से अधिक आवासीय भूखंड चालीस हजार रुपए प्रति वर्ग गज तक की कीमत पर बेचने की तैयारी है
-आगरा से जयपुर की तरफ चलने पर यहीं से थोड़ी दूर आगे कानोता पुलिया के पास अयोध्या नगर के नाम से अवैध कॉलोनी काटी जा रही है
-इस कॉलोनी में पहाड़गंज गृह निर्माण सहकारी समिति के बैक डेट के पट्टे दिए जा रहे हैं
-इस अवैध कॉलोनी में भी आगरा रोड की तरफ दुकानों के भूखंड रखे गए हैं, जिनकी कीमत एक-एक करोड़ रुपए रखी गई है
-आवासीय भूखंडों की कीमत भी तीस से चालीस हजार रुपए प्रति वर्ग गज बताई जा रही है

आगरा रोड इलाके में सर्वाधिक चर्चित इन दोनों कॉलोनी अयोध्या नगर और श्रीराम नगर के मामलों में मिलीभगत के चलते जेडीए की प्रवर्तन शाखा के अधिकारी "खामोश" हैं. आपको बताते हैं कि क्यों इन दोनों कॉलोनियों का बेरोकटोक अवैध धंधा फलफूल रहा है और किस तरह जेडीए इच्छा शक्ति दिखाए तो इस धंधे पर लगाम कसी जा सकती है.

-जानकारों के अनुसार आगरा रोड इलाके में सर्वाधिक चर्चित इन दो अवैध कॉलोनियों के भू कारोबारियों का गठजोड़ बताया जा रहा है
-जेडीए के जिम्मेदार अधिकारियों से इन भू कारोबारियों का बताया जा रहा है मजबूत गठजोड़
-इसी गठजोड़ का नतीजा है कि सब कुछ पता होने के बावजूद जेडीए की प्रवर्तन शाखा के अधिकारी मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं
-आगरा रोड इलाके पर जेडीए यहां कार्रवाई भी करता है तो कुछ सड़कें उखाड़ी जाती है
-जेडीए की कार्रवाई के बाद अवैध कॉलोनियों में फिर से काम शुरू हो जाता है
-राजस्थान काश्तकारी अधिनियम के तहत बिना जेडीए स्वीकृति कृषि भूमि का उपयोग नहीं बदला जा सकता
-लेकिन आगरा रोड इलाके में कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियां बड़े पैमाने पर बसाने की तैयारी है
-इस कानून के तहत बिना जेडीए स्वीकृति कृषि भूमि का अन्य उपयोग होने पर खातेदारी अधिकार निरस्त किए जा सकते हैं
-जेडीए की प्रवर्तन शाखा की ओर से अवैध कॉलोनियों के मामले में ऐसे कई प्रस्ताव पहले जोन उपायुक्तों को भेजे गए हैं
-यह अलग बात है कि उस समय जोन उपायुक्तों या फिर जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले में गभीरता नहीं दिखाई
-खातेदारी अधिकारी निरस्त करने की कार्यवाही की जाए तो इस अवैध धंधे पर लगाम कसी जा सकती है