जयपुरः राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी. जिसको लेकर एक भव्य आयोजन किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर सियासी गलियारो में इसको लेकर बयान बाजी का सिलसिला भी लगातार जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पर कहा कि भाजपा ने मुद्दा बनाया तभी तो ये दिक्कत आई. राम मंदिर सबकी आस्था का केंद्र है. सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया तो झगड़ा मिट गया था. सभी देशवासियों ने फैसले का स्वागत किया.
सरकार को भी उसी प्रकार का व्यवहार करना चाहिए था. लेकिन सरकार ने इसका राजनीतिकरण किया. जब राम मंदिर सबका है जो शुरुआत से अगर सभी को साथ लेकर चलते तो ये नौबत नहीं आती. लेकिन इसे RSS और भाजपा का कार्यक्रम बना दिया गया.
बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है. जिसको लेकर भव्य आयोजन किया जाएगा. ऐसे में कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. महज कुछ दिनों के शेष रहते सुरक्षा व्यवस्था के भी चाक चौबंध इंतजाम किए गए है. इसके साथ ही आने वाले लोगों के लिए भी उत्तम दर्जे की व्य्वसथा की गई है.