जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा प्रकरण पर बोले अशोक गहलोत, कहा-'काफी चौंकाने वाला फैसला है इस्तीफे का'

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा प्रकरण पर बोले अशोक गहलोत, कहा-'काफी चौंकाने वाला फैसला है इस्तीफे का'

जयपुर: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा प्रकरण पर अशोक गहलोत ने कहा कि काफी चौंकाने वाला इस्तीफे का फैसला है. सबका कहना है स्वास्थ्य इस्तीफे का कारण नहीं हो सकता है. इस्तीफे के पीछे कोई और वजह हो सकती है.  इतिहास में पहली बार उप राष्ट्रपति ने ऐसे इस्तीफा दिया है. राजस्थान वालों को इस्तीफे से बहुत धक्का लगा है. किसानों के लिए हमेशा उन्होंने आवाज उठाई हैं. मैंने कहा था वो दबाव में काम कर रहे हैं. बाद में उन्होंने जयपुर में दबाव से मना किया था. यह कोई मामूली घटना नहीं है, कुछ दबाया जा रहा है.

आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उपराष्ट्रपति का इस्तीफा मंजूर किया.  राज्यसभा की कार्यवाही में जगदीप धनखड़ के इस्तीफे का मुद्दा उठा. राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई.  जगदीप धनखड़ आज राज्यसभा नहीं गए. इससे पहले खबर सामने आई थी कि धनखड़ इस्तीफे पर पुनर्विचार नहीं करेंगे.

धनखड़ ने परिवार से सहमति के बाद इस्तीफा दिया. जगदीप धनखड़ विदाई भाषण भी नहीं देंगे. आपको बता दें कि सोमवार को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते इस्तीफा दिया. जगदीप धनखड़ ने एक्स पर इस्तीफे की जानकारी दी. जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को इस्तीफे की चिट्ठी भेजी. 2027 तक  जगदीप धनखड़ का कार्यकाल था.  

जगदीप धनखड़ 2022 में देश के उपराष्ट्रपति बने थे. लिखा-’सांसदों के स्नेह और विश्वास के लिए आभार’ जताया. ’राष्ट्रपति, पीएम मोदी, कैबिनेट का आभार’ जताया. ’स्नेह और सम्मान के लिए सांसदों का धन्यवाद’दिया. ’भारत की अभूतपूर्व उपलब्धियों पर गर्व’ है. पीएम मोदी का समर्थन और सहयोग अमूल्य है. मैं तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं.