जयपुर: कांग्रेस में जहां एक तरफ टिकटों की पहली सूची का काउंटडाउन शुरू हो गया है, वहीं सीएम अशोक गहलोत ने टिकट वितरण से पहले एक बार फिर अपने विधायकों का बचाव किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली रवाना होने से पहले एक बार फिर सियासी संकट का राग आलापा और कहा कि अगर विधायक भ्रष्ट होते तो 10 करोड़ रुपए का ऑफर नहीं छोड़ते.
दरअसल, टिकट वितरण से पहले भाजपाई नेता विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे है. वहीं गहलोत तुझसे बैर नहीं कांग्रेसी विधायकों की खैर नहीं के नारे भी लग रहे है. ऐसे में सीएम गहलोत ने कांग्रेसी विधायकों का बचाव करते हुए कहा कि बीजेपी के नेता राजस्थान सरकार को नहीं गिरा सके. 10 करोड़ रुपए का शुरुआती ऑफर मिला था, बाद में रेट बढ़ गई थी. यदि विधायक करप्ट होते तो कौन 10 करोड़ छोड़ता. वहीं निर्दलीय विधायकों को टिकट देने के मुद्दे पर गहलोत ने कहा कि जिताऊ को टिकट दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने जयपुर एयरपोर्ट पर कहा कि राजस्थान आज देश भर में चर्चित हो गया है. अमित शाह, मोदी राजस्थान में सरकार गिरा नहीं पाए, उसके बाद राजस्थान का ओरा देशभर में अलग तरह का बन गया है. सब सरकारें गिर गई, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक की सरकारें गिरा दीं लेकिन राजस्थान में ये सरकार नहीं गिरा पाए. हमारी सरकार की बड़ी गुडविल थी. बहुत मामूली अंतर से उस वक्त हमने सरकार बचाई है.
वहीं राजस्थान में चुनाव प्रचार को लेकर सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री से यहां आकर प्रचार कर रहे हो, वे कम से कम हमारी स्कीम को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करे. सीएम ने कहा कि मोदी को हमारी योजनाओं को देश भर में लागू करना चाहिए इसके बाद राजस्थान में आकर चुनाव प्रचार कीजिए. चुनाव के बाद प्रधानमंत्री चले जाएंगे फिर नहीं आएंगे तो ऐसे में काम कौन करेगा. गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी वाले हिंदुत्व की बात करते हैं, हम हिंदू नहीं है क्या? जब जनता पूछेगी कि हिंदुत्व पर तो यह सरकार ज्यादा काम कर रही है, इसका बीजेपी के नेता जवाब दें.
कुछ लोगों की शिकायत हो सकती है, लेकिन सभी विधायक करप्ट नहीं होते:
सरकार बचाने वाले 102 विधायकों को टिकट देने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि कुछ लोगों की शिकायत हो सकती है, लेकिन सभी विधायक करप्ट नहीं होते हैं. विधायकों ने जो मांगा वह दिया. वह काम विधायक ने जनता के लिए ही मांगा. ऐसे में आप ऐसे विधायकों को कैसे हटाओगे. गहलोत ने कहा कि आरएसएस व बीजेपी ने यह जो अफवाह चलाई है कि करप्शन ज्यादा हुआ है. वहीं दिल्ली पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में हिस्सा लिया जहां अधिकांश सीटों पर पैनल तैयार किए गए.