एक सितंबर से विधानसभा सत्र, बीजेपी का फ्लोर मैनेजमेंट की मजबूती पर फोकस, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के विकास के मॉडल के दम पर सत्ता पक्ष सदन के अंदर विपक्ष के हमलों का जवाब देगा. विधानसभा का सत्र एक सितंबर से शुरू हो रहा है. बीजेपी विधायक दल ने अपने फ्लोर मैनेजमेंट पर फोकस कर दिया है. साढ़े तीन करोड़ लोगो के समृद्धि की ERCP या यूं कहे राम जल सेतु परियोजना, शेखावाटी में यमुना जल, दक्षिणी राजस्थान की देवास जल परियोजना और ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर राजस्थान युवाओं को रोजगार और पेपर लीक माफिया के खिलाफ नकेल ये भजन लाल सरकार के ऐसे कदम है जो राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के आरोपो के खिलाफ सत्ता पक्ष का हथियार बनेंगे. बीजेपी अपने विधायक दल को ट्रेंड करेंगे कि सदन में विकास पथ पर राजस्थान के नारे पर फोकस रखे. अपने विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास के कामों को गिनाए. अवसर मिलने पर सदन में बताए कि बीते 17 माह में भजन लाल शर्मा ने राजस्थान को विकसित राज्य बनाने की दिशा में क्या कदम उठाए है. सबसे बड़ी बात तो यही है कि इतने महीनों करीब एक दर्जन बार प्रधानमंत्री राजस्थान आ चुके और कई सौगातें दे चुके. रेल और सड़क के क्षेत्र में राजस्थान में हुए विकास के काम को भी सदन में रखे. बीजेपी के जो विधायक प्रखर वक्ता कहे जाते या फिर जो अलग अलग विषय में निपुण है उन्हें फ्रंट पर रखा जाएगा. 

-- सदन में सत्ता पक्ष का हरावल दस्ता तैयार...
बीजेपी के हरावल मंत्री....
जोगेश्वर गर्ग मुख्य सचेतक
जोगाराम पटेल संसदीय कार्य मंत्री
डॉ किरोड़ी लाल मीणा कृषि मंत्री
गजेंद्र सिंह खींवसर चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री
मदन दिलावर शिक्षा मंत्री
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ उद्योग खेल मंत्री
बाबू लाल खराड़ी जनजाति विकास मंत्री
झाबर सिंह खर्रा UDH मंत्री
अविनाश गहलोत सामाजिक न्याय आधिकारिता मंत्री
सुमित गोदारा खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री 
सुरेश रावत जल संसाधन मंत्री
कन्हैयालाल चौधरी पीएचईडी मंत्री
संजय शर्मा वन मंत्री
जवाहर सिंह बेढम गृह राज्य मंत्री
केके विश्नोई उद्योग खेल राज्य मंत्री 

बीजेपी के हरावल विधायक ...
श्रीचंद कृपलानी
काली चरण सराफ
पुष्पेंद्र सिंह बाली 
बाबू सिंह राठौड़ 
प्रताप सिंह सिंघवी
अनिता भदेल
जितेंद्र गोठवाल
शैलेंद्र दिगंबर सिंह
दीप्ति किरण माहेश्वरी
शत्रुघ्न गौतम
संदीप शर्मा 
कुलदीप धनखड़
हमीर सिंह भायल
अरुण अमराराम चौधरी
गोवर्धन वर्मा
गोपाल शर्मा 
महंत बाल मुकुंदाचार्य
बाबा बालकनाथ
जसवंत यादव
महंत प्रताप पुरी 
अर्जुन लाल जीनगर
धर्मपाल गुर्जर
जगत सिंह 
भागचंद टांकड़ा 
हंसराज मीणा
ललित मीणा
गुरवीर सिंह बराड़ 
कैलाश वर्मा
जयदीप बिहानी
अंशुमान भाटी
विश्वनाथ मेघवाल
नौक्ष्म चौधरी

कांग्रेस भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने वाली है. राष्ट्रीय मुद्दे जैसे उप राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ की अचानक विदाई को भी मुद्दा बनाया जा सकता है. वोट चोरी और SIR को लेकर राहुल गांधी की मुहिम पर विधानसभा को भी विपक्ष गरमा सकता है. कानून व्यवस्था,स्मार्ट मीटर , पीपलोद दुखान्तिका,राइजिंग राजस्थान, किसानों के विषयों, छात्र संघ चुनाव समेत कई मुद्दों पर विपक्ष अपने नेता टीकाराम जूली की अगुवाई में सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बना रहा है. सदन शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सड़कों पर आंदोलन शुरू कर दिए है. पुराने घटनाक्रम के बाद सदन में गोविंद सिंह डोटासरा की मौजदगी खास रहेगी.

--कांग्रेस का हरावल दस्ता -
 नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा
सचिन पायलट
शांति धारीवाल
हरीश चौधरी
 हरिमोहन शर्मा
नरेंद्र बुढ़ानिया
राजेंद्र पारीक
रफीक खान
श्रवण कुमार
अशोक चांदना
रतन देवासी
घनश्याम मेहर
रीटा चौधरी
रोहित बोहरा
रफीक खान 
अमीन कागजी 
रामनिवास गावड़िया
अमित चाचान
हाकम अली
इंदिरा मीणा
डूंगर राम गैदर 
मनीष यादव
अभिमन्यु पूनिया
विकास चौधरी
रूबी कुन्नर 
संजय जाटव   

कांग्रेस विधायक दल को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मार्गदर्शन मिलता रहेगा. गहलोत खुद भी सदर में नजर आ सकते हैं. वहीं भाजपा विधायक दल टीम भजनलाल शर्मा के रूप में काम करेगा. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरीखे के प्रमुख चेहरे बीजेपी विधायक दल में शुमार है. इसके अलावा सदन के अंदर युनुस खान, रविंद्र सिंह भाटी और BAP विधायकों के तेवर भी दिखेंगे. पिछले सत्र के दौरान सदन में सत्ता पक्ष का फ्लोर मैनेजमेंट गड़बड़ाया था,इस बार फ्लोर मैनेजर गलती नहीं करेंगे. दूसरी तरफ गोविंद सिंह डोटासरा प्रकरण में विपक्ष की एकता में भी साफतौर पर सेंध दिखाई दी थी. बहरहाल विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के लिए सदन में हंगामा कंट्रोल करना चुनौती पूर्ण होगा.