बेंगलुरू: जिस दिन लखनऊ सुपरजाइंट्स के निकोलस पूरन ने आईपीएल में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक बनाया उसी दिन उनके कप्तान केएल राहुल ने 20 गेंदों पर 18 रन की धीमी पारी खेली जिसे उन्होंने सही ठहराया.
वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन ने 19 गेंदों पर 62 रन की तेजतर्रार पारी खेली. इस बीच उन्होंने 15 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. लखनऊ ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ यह मैच अंतिम गेंद पर एक विकेट से जीता. राहुल की पारी हालांकि इसके पूरी तरह विपरीत रही. उनकी इससे पहले भी टी20 क्रिकेट में धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना होती रही है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच में अपनी उप कप्तानी गंवाने वाले राहुल ने हालांकि कहा कि लगातार विकेट गिरने के कारण उन्हें धीमी बल्लेबाजी करनी पड़ी.
राहुल ने जीत का श्रेय स्टोइनिस और पूरन को दिया:
उन्होंने मैच के बाद कहा कि अगर मैं अधिक रन बनाता तो मेरा स्ट्राइक रेट भी बेहतर होता. मैंने परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी की और मुझे लगता है कि मैंने सही किया. उम्मीद है कि एक-दो अच्छी पारियों से मेरा स्ट्राइक रेट ऊपर चला जाएगा. राहुल की धीमी बल्लेबाजी से बाद के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा. यदि मार्कस स्टोइनिस (30 गेंदों पर 65 रन) और पूरन आक्रामक बल्लेबाजी नहीं करते तो लखनऊ मुश्किल में पड़ जाता. राहुल ने जीत का श्रेय स्टोइनिस और पूरन को दिया.
बडोनी फिनिशर की भूमिका निभाना सीख रहा:
उन्होंने कहा कि अविश्वसनीय . चिन्नास्वामी स्टेडियम जहां खेलकर मैं बड़ा हुआ और यहीं सबसे ज्यादा मैचों के नतीजे आखिरी गेंद पर आते हैं. राहुल ने कहा कि हमें पता था कि इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा. उन्होंने पावरप्ले में अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हम अगर मैच जीते हैं तो पूरन और स्टोइनिस की वजह से . यही वजह है कि हमने पूरन, स्टोइनिस और आयुष बडोनी जैसे दमदार खिलाड़ियों को टीम में लिया. बडोनी फिनिशर की भूमिका निभाना सीख रहा है. सोर्स-भाषा