नई दिल्ली: Dream 11 और BCCI का साथ छूट गया. ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद BCCI ने फैसला लिया है कि ड्रीम 11 अब BCCI का स्पॉन्सर नहीं रहेगा. BCCI ने कहा कि ऐसे गेमिंग ऐप से आगे कोई रिश्ता नहीं है. ऑनलाइन गेमिंग पर नियंत्रण के लिए बनाए गए ऑनलाइन गेमिंग रेगुलेशन बिल को अब आधिकारिक रूप से मंजूरी मिल गई है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस विधेयक पर अपनी मुहर लगा दी है.इसके साथ ही अब देशभर में ऑनलाइन गेमिंग गतिविधियों के संचालन और निगरानी के लिए सख्त नियम लागू हो जाएंगे. इस कानून का उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स को विनियमित करना, बच्चों और युवाओं को हानिकारक प्रभावों से बचाना और अवैध सट्टेबाज़ी व जुए पर रोक लगाना है.
राज्यसभा में भी ऑनलाइन गेमिंग बिल पास हुआ था. इससे पहले राज्यसभा में ऑनलाइन गेमिंग बिल पेश किया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गेमिंग बिल पेश किया. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग बिल बेहद जरूरी है. सदन में विपक्ष लगातार नारेबाजी कर रहा है. इससे पहले ऑनलाइन गेमिंग बिल लोकसभा में पेश किया गया था.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उद्देश्य मोबाइल एप्स के जरिए ऑनलाइन गेमिंग की लत बढ़ती है. मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय धोखाधड़ी की घटनाओं पर लगाम कसना है.बिल में ऑनलाइन मनी गेम्स संबंधी विज्ञापनों पर रोक के साथ बैंकों वित्तीय संस्थानों को गेम्स के लिए मनी ट्रांसफर करने से रोकने का भी प्रावधान है.
इसके तहत अपराध को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाया गया है. शीर्ष क्रिकेटरों और फिल्मी सितारों के विज्ञापनों के कारण युवा वर्ग ड्रीम 11, गेम्स 24X7 और मोबाइल प्रीमियर लीग जैसे रियल मनी गेमिंग एप्स के शिकार हो रहे है. पैसे गंवाने के कारण देश के कई हिस्सों में युवा आत्महत्या कर चुके है. अब स्किलबेस्ड गेम बताकर कंपनियां बच नहीं सकेंगी.