नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में मानसून की दस्तक के साथ ही नदी, नाले और झरने उफान पर है. ऐसे में लोग पिकनिक मनाने के लिए झरने वाली जगहों का रुख कर रहे है. लेकिन क्या आप जानते है ऐसी जगहों का आनंद आपको खतरे में डाल सकता है? ऐसी जगह मानसून में खतरनाक साबित हो सकती है. क्योंकि धीरे बहने वाले झरनों का पानी एक दम से बढ़ सकता है, ऐसे में आप अपनी जिदंगी तो खतरे में डालेंगे ही और साथ वालों की ओर डालेंगे. इसलिए मानसून के मौसम में आप ऐसी जगहों पर सावधानी बरतें.
झरने वाली जगहों पर मौज मस्ती करने से बचे. ताजा मामला महाराष्ट्र के पुणे जिले के लोनावाला का है. जहां पर वर्षा विहार का आनंद लेना एक परिवार को महंगा पड़ गया. ये झरने में बैठकर आनंद ले रहे थे कि इतने में झरने का पानी अचानक से बढ गया, ऐसे में तेज बहाव में 10 लोग बह गए. जिनमें से 5 लोगों को बचा लिया गया. जबकि 5 लोगों की पानी में बहने की वजह से मौत हो गई. जिनके शव बरामद कर लिए गए. इस घटना के बाद प्रशासन अपील कर रहा है कि अपनी और दूसरों की जान जोखिम में न डालें.
आपको बता दें कि लोनावाला झरने में 5 लोग बह गए थे, जिनमें से 3 के शव रविवार को मिल गए थे, बाकी 2 शव सोमवार को मिले हैं. इसमें 1 शव सुबह मिला तो दूसरे शव की तलाश सोमवार शाम को पूरी हुई. पांचों शव मिलने के बाद रेस्क्यू खत्म हुआ. इसके पहले रविवार को तीन शव बरामद हुए थे. पुणे के हडपसर का रहने वाला ये परिवार भूशी बांध के पीछे पहाड़ी इलाके में झरने पर बारिश का आनंद ले रहा था. तभी झरने के पानी का बहाव तेज हुआ और झरने में 10 लोग फंस गए, जिनमें एक 4 साल का बच्चा भी शामिल था.
जबकि सभी पानी के बहाव में बह गए, कुछ दूरी पर दस में से 5 लोगों को बचाया गया. लेकिन दूसरे 5 लोग तेज बहाव में बह गए. पर्यटकों और उनके परिवारों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे उन तक नहीं पहुंच पाए. 3 लोगों के शव रविवार को पाए गए और एक 9 साल की लड़की का शव सोमवार सुबह और 4 साल के बच्चे का शव शाम को मिला है. इस घटना के बाद प्रशासन भी जागा और कलेक्टर ने खुद घटनास्थल का मुआयना किया. पर्यटकों को खुद का ध्यान रहना चाहिए खुद की और परिवार की जान जोखिम में न डालने की अपील की है.